`यूं भी होता है' काव्य संकलन का हुआ विमोचन

`यूं भी होता है' काव्य संकलन का हुआ विमोचन

लुधियाना:  
प्रीत साहित्य सदन ने आभासी प्रक्रिया भारतीय ऐप मिलन सेतु द्वारा प्रिंसिपल प्रोमिला अरोड़ा की नव प्रकाशित काव्य संकलन `यूं  भी होता है' का विमोचन किया गया।
पुस्तक पर प्रपत्र डॉ अनु  शर्मा व श्रीमती रमा शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसमें उन्होंने जमीन से जुड़ी अनेक भागों सहित स्त्री के अनेक रंगों की बात काव्यात्मक ढंग से कहने की कला को बड़ी खूबसूरत ढंग से दर्शाया। उन्होंने कहा कि इस में स्त्री की स्वतंत्रता अथवा धार्मिकता व प्राकृतिक रूप में अनेक कविताओं ने पाठक मन को झकझोरा है।
तदुपरांत लेखिका प्रोमिला अरोड़ा द्वारा अपनी रचना धर्मिता पर बात की गई जिसमें उन्होंने इस काव्य की रचना क्रम पर अपने अनुभव  सांझा  किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी के प्रमुख साहित्यकार डॉ राजेंद्र साहिल द्वारा की गई जबकि मुख्य अतिथि के रूप में डॉ गीता डोगरा व  डॉ सरला भारद्वाज उपस्थित हुए जिन्होंने रचनाकार व उसकी काव्यात्मक कला पर अपने विचार पेश किए।
कार्यक्रम का द्वितीय सत्र काव्य गोष्ठी रहा जिसमें अनेक कवियों ने कोरोना पर अपनी कविताओं से सभी को सचेत किया अथवा सजग होकर परिस्थितियों का मुकाबला करने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में रविंद्र अग्रवाल, दिलीप अवध, तेजेंद्र,  डॉ संजीव डावर, फूलचंद विश्वकर्मा, विभा शर्मा सहित कई कवियों ने हिस्सा लिया।
मंच का संचालन ममता जैन द्वारा किया गया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन में मनोज प्रीत ने अपने विचार रखे।