‘री-बर्थ’: दादा–पोते के रिश्ते को समर्पित पंजाबी फिल्म, परिवारिक मूल्यों को जोड़ने का अनोखा अभियान

‘री-बर्थ’: दादा–पोते के रिश्ते को समर्पित पंजाबी फिल्म, परिवारिक मूल्यों को जोड़ने का अनोखा अभियान

चंडीगढ़, 22 नवंबर, 2025: तेजी से बदलते आधुनिक दौर में जहां संयुक्त परिवार बिखरते जा रहे हैं, वहीं पंजाबी फिल्म ‘री-बर्थ’ एक नई उम्मीद के रूप में सामने आ रही है। दादे–पोते के अनोखे रिश्ते पर आधारित यह फिल्म परिवारिक मूल्यों, आपसी समझ और भावनात्मक जुड़ाव को फिर से जीवंत करने का संदेश देती है। फिल्म की टीम का मानना है कि री-बर्थ वर्तमान समय में परिवारों की एकजुटता के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।

शनिवार को फिल्म की स्टारकास्ट—गुरचेत चित्रकार, ज़ोरावर सिंह, राइटर–डायरेक्टर मलकीत मलंगा, प्रोड्यूसर मनप्रीत सिंह और अलका ठाकुर—सेक्टर 16–17 अंडरपास पहुँची। टीम ने यहां राहगीरों से सीधा संवाद कर पारिवारिक रिश्तों के महत्व पर प्रकाश डाला। कलाकारों ने लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि दादा–पोते का रिश्ता सिर्फ उम्र का अंतर नहीं, बल्कि अनुभवों, संस्कारों और प्रेम की धरोहर है, जिसे हमें संभालकर रखना चाहिए।

अंडरपास से गुजर रहे लोगों ने भी फिल्म टीम के इस अनोखे जागरूकता अभियान की सराहना की। कई युवाओं ने कहा कि फिल्मों का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है, और यदि सिनेमा परिवारों को जोड़ने का संदेश दे, तो यह निश्चित रूप से सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

राइटर–डायरेक्टर मलकीत मलंगा व गुरचेत चित्रकार ने बताया कि ‘री-बर्थ’ सिर्फ एक कहानी नहीं बल्कि एक सोच है—एक ऐसा प्रयास जो पीढ़ियों के बीच संवाद की कमी को दूर करने और परिवार को फिर से एक सूत्र में पिरोने का संदेश देता है। वहीं प्रोड्यूसर मनप्रीत सिंह और अलका ठाकुर ने कहा कि फिल्म में मनोरंजन के साथ–साथ गहरी भावनात्मक परतें भी देखने को मिलेंगी।

स्टारकास्ट ने लोगों से आग्रह किया कि वे फिल्म को समर्थन दें और पारिवारिक मूल्यों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। उनका कहना था कि परिवार ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है, और यदि रिश्ते मजबूत हों तो समाज भी मजबूत होता है। आज इस जागरूकता अभियान में शामिल हुए भंगड़ा प्रमोटर ग्रुप नरोत्तम सिंह डायरेक्टर बॉबी बाजवा , सिंगर सरबंस प्रतीक सिंह , प्रोड्यूसर जग्गी भंगू , कुलदीप भट्टी ,रोहित चौहान ,मनिंदर ,काजल आदि :

इस तरह, 16–17 अंडरपास पर आयोजित जागरूकता अभियान ने न केवल आने वाली फिल्म का संदेश लोगों तक पहुँचाया, बल्कि पारिवारिक रिश्तों के महत्व को भी नई रोशनी में पेश किया।