बांसुरी की धुन और नृत्य नाटिका से शुरू हुआ रंग आंगन नाट्योत्सव 

बांसुरी की धुन और नृत्य नाटिका से शुरू हुआ रंग आंगन नाट्योत्सव 

-कमलेश भारतीय
सातवां रंग आंगन के नाट्योत्सव बाल भवन, हिसार में बांसुरी की मधुर धन और नृत्य नाटिका से शुरू हुआ । पंडित चेतन जोशी की बांसुरी की स्वर लहरियों से शुरू और राखी जोशी की नृत्य नाटिका गंगा तेरा पानी निर्मल पर जाकर पहला दिन संपन्न हुआ । चेतन जोशी ने सप्तक शर्मा के तबला वादन और हरिओम त्यागी के प्रमंडल से राग यमन से शुरू होकर घूमर तक आन॔द ही आनंद बरसाया । मनीष जोशी की परिकल्पना और राखी जोशी की कोरायोग्राफी से सजी संवरी ग॔गा तेरा पानी निर्मल नृत्य नाटिका ने भाव विभक्त कर दिया ।

नाट्योत्सव के पहले दिन का आकर्षण रहे काॅमेडी के लिए चर्चित अभिनेता राजपाल यादव , जिन्होंने कार्यक्रम के अंत मे अपने अनुभव सांझे किये युवा रंगकर्मियों के बीच । राजपाल यादव का कहना था कि मैं अपने कद के कारण पहली पंक्ति में स्कूल के कार्यक्रमों खड़ा किया जाता रहा और यह सीख ली कि इतना कद बढ़ाओ कि जीवन भर आगे ही रहो । मिशन के साथ कोशिश करनी चाहिए । जो चल सकता है और जो बोल सकता है, वह कभी बेताला और बेसुरा नहीं हो सकता । 

कार्यक्रम में कन्हैया लाल (हैदराबाद) , अमीत चौधरी , हिमांशु कोचर , रूचिका जांगडा को अपने अपने क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित किया गया । फिल्म समीक्षक व कला मर्मज्ञ अजीत राय विशिष्ठ अतिथि रहे । मंच संचालन किया बहुत खूबसूरती से हिसार की बेटी डाॅ अल्पना सुहासिनी ने । पिछले वर्षों की तरह बाल भवन में ओपन माइक कार्यक्रम भी शुरू कर दिया गया । मनीष जोशी और मनोज बंसल की जोड़ी को हार्दिक बधाई । बाल भवन पहले ही दिन दर्शकों से इतना भर गया कि खडे होकर भी जगह न मिल सकी ।