राज्यसभा सांसद जांगड़ा ने जलभराव क्षेत्र में निकासी के लिए स्थायी पंप हाउस लगाने के निर्देश दिए
डेढ़ करोड़ की लागत से महम के टाउन पार्क का जीर्णोद्धारः उपायुक्त सचिन गुप्ता

रोहतक, गिरीश सैनी। राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कृषि भूमि क्षेत्र से जल निकासी के लिए स्थाई पंप हाउस स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। सांसद जांगड़ा महम के विकास एवं जन सुविधाओं को लेकर उपायुक्त सचिन गुप्ता, नगर निगम आयुक्त डॉ आनंद कुमार शर्मा व अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार के साथ संबंधित अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
सांसद ने कहा कि जलभराव के क्षेत्र पहले ही चिन्हित किए जा चुके हैं, और इस स्थिति में जल निकासी के लिए वहीं बिछाई गई पाइप लाइन, पंप सेट व बिजली के कनेक्शन न हटाए जाएं। उन्होंने कहा कि जैसे ही बरसात आए, स्विच ऑन करते ही निकासी का कार्य शुरू हो जाए, ऐसी व्यवस्था बनानी होगी। उन्होंने महम क्षेत्र को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए नगर पालिका द्वारा लगातार मॉनिटरिंग करने, अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त कार्रवाई करने और जलभरत व फरमाना चुंगी जोहड़ की रिमॉडलिंग करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि महम को स्वच्छ व सुंदर बनाने के साथ-साथ जन सुविधाओं के मामले में एक बेहतर शहर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सांसद द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों की अनुपालना संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने जल्द से जल्द जल निकासी के लिए सिंचाई विभाग को अतिरिक्त पंप सेट लगाने की अनुमति दी। क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने बताया कि महम में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से टाउन पार्क के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। पुरानी नगर पालिका भवन में पुस्तकालय बनाने के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि महम बरसाती जल निकासी के लिए 80 करोड़ रुपए की परियोजना का टेंडर तथा पेयजल आपूर्ति के लिए 81 करोड़ रुपए का टेंडर लगाया गया है, जिस पर जल्द कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा सीवर सफाई के लिए एक जेटिंग मशीन भी महम को जल्द मिल जाएगी। उन्होंने नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि लगातार गश्त की जाए और नाके लगाकर चैकिंग अभियान चलाया जाए।
बैठक के उपरांत उपायुक्त ने जलभरत जोहड़ का मौके पर जाकर निरीक्षण किया औऱ जोहड़ के सुधारीकरण के बारे में आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।