अफ्रीका के प्रो. पीटर रमाशादी ने सतत ऊर्जा, रासायनिक रूपांतरण पर दिया व्याख्यान
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के केमिस्ट्री विभाग में दक्षिण अफ्रीका के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक प्रो. पीटर रमाशादी माकग्वाने का प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक व्याख्यान आयोजित किया गया। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ अफ्रीका (यूनीसा) के कॉलेज ऑफ साइंस, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के अंतर्गत इंस्टीट्यूट ऑफ कैटालिसिस एंड एनर्जी सॉल्यूशंस के अध्यक्ष प्रो. पीटर रमाशादी ने एडवांस्ड कैटालिटिक मैटेरियल्स फॉर अनलॉकिंग सस्टेनेबल प्रोसेसेस फॉर एनर्जी, केमिकल कन्वर्जन एंड एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन विषय पर व्याख्यान दिया।
अपने संबोधन में प्रो. पीटर माकग्वाने ने सतत ऊर्जा उत्पादन में फोटोकैटालिटिक प्रक्रियाओं की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा का प्रभावी उपयोग फोटोकेटालिसिस के माध्यम से स्वच्छ ईंधन उत्पादन और पर्यावरण हितैषी रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हरित प्रौद्योगिकी (ग्रीन टेक्नोलॉजी) के विकास के लिए यह शोध दिशा अत्यंत उपयोगी और संभावनाओं से भरी है।
विभागाध्यक्ष प्रो. देवेंद्र सिंह ने अतिथि वक्ता को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह भेंट किया और उनके उपयोगी व्याख्यान के लिए आभार व्यक्त किया। इस दौरान रसायन विभाग के शिक्षक प्रो. हरिओम, प्रो. प्रीति बूरा डून, प्रो. नवीन कुमार, प्रो. कोमल जाखड़, डॉ. संगीता यादव, डॉ. मुखनवती, दीक्षा और बरखा मौजूद मौजूद रहे।
Girish Saini 

