प्रश्नोत्तरी में प्रीति व मुक्ति और एक्सटेम्पोर में मनस्वी ने बाजी मारी
विश्व खाद्य दिवस पर कार्यक्रम आयोजित।

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि खाद्य प्रौद्योगिकी वर्तमान समय की सबसे महत्वपूर्ण विज्ञान शाखाओं में से एक है। यह केवल भोजन को सुरक्षित रखने या प्रसंस्करण तकनीकों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन और मानव कल्याण का माध्यम भी है। कुलपति फूड टेक्नोलॉजी विभाग के सौजन्य से विश्व खाद्य दिवस-2025 के उपलक्ष्य पर 'बेहतर भोजन व बेहतर भविष्य के लिए हाथ से हाथ मिलाना' विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन समारोह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। बतौर मुख्य वक्ता, हल्दीराम स्नैक्स प्रा लि की वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूबल कटारिया और विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव डा. विजय कुमार उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. अराधिता बी.रे. ने अध्यक्षता की।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि जब हम विकसित भारत @2047 की बात करते हैं, तो उसमें केवल आर्थिक प्रगति या तकनीकी श्रेष्ठता नहीं, बल्कि खाद्य सुरक्षा और न्याय संगत पोषण का समावेश भी अनिवार्य है। तकनीक का उपयोग भोजन की गुणवत्ता बढ़ाने, पोषण स्तर सुधारने, अपशिष्ट घटाने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में करना चाहिए। खाद्य सुरक्षा और पोषण केवल सरकार का नहीं, बल्कि हम सबका साझा दायित्व है।
कुलसचिव डा. विजय कुमार ने कहा कि भोजन का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। अगर आप पौष्टिक भोजन का सेवन करते हैं तो आपकी सोच भी अच्छी होती है।
मुख्य वक्ता रूबल कटारिया ने कहा कि भोजन की कीमत वही जानता है जो भूखा है। हमें भोजन की बर्बादी को रोकने पर ध्यान देना होगा। भोजन की बर्बादी को रोक कर हम भूखे व कुपोषण के शिकार व्यक्तियों का पेट भर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों के उत्पादन में हमें पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखना होगा।
प्रो. अराधिता बी.रे. ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को खाद्य पदार्थों के सही रखरखाव, भोजन की बर्बादी रोकने तथा खाद्य पदार्थों के उत्पादन में पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखने के प्रति जागरूक करना रहा। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए फूड स्टॉल पर विभिन्न पौष्टिक व्यंजन प्रदर्शित किए गए और प्रश्नोत्तरी व एक्सटेम्पोर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रश्नोत्तरी में प्रीति व मुक्ति की टीम प्रथम, सोनू व पनमन की टीम दूसरे तथा मानवी, लविशा व यमन की टीम तीसरे स्थान पर रही। एक्सटेम्पोर में मनस्वी ने पहला, अपूर्वा ने दूसरा तथा ईशा सैनी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।