राजनीति अब धंधा हो गया और ईमानदारी ही सबसे जरूरी: बीरेन्द्र सिंह 

राजनीति अब धंधा हो गया और ईमानदारी ही सबसे जरूरी: बीरेन्द्र सिंह 

-कमलेश भारतीय 
राजनीति के पुराने धुरंधर और पांच बार विधायक , तीन बार मंत्री , बारह साल मंत्रिमंडल में रहे , तीन बार राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ बीरेन्द्र सिंह ने आज सुशीला भवन में खुले शब्दों में कहा कि बड़े दुख की बात है कि राजनीति आज धंधा बन गयी है । मैं राजनीति में पचास साल से हूं लेकिन न धंधा किया , न ठग्गी की और न बेईमानी ! यही बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कही थीं जब मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए बुलाया था । 
चौ बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे कार्यक्रम में काफी संख्या में नये सरपंच आये हैं और उन्हें मुझसे बहुत आशायें हैं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि मुख्यमंत्री से बात करके समस्या को हल करवाने की कोशिश करेंगे ! उनके अनुसार राजपाट दिल्ली यानी केंद्र , चंडीगढ़ यानी प्रदेश स्तरीय और गांव यानी सरपंचों पंचों के माध्यम से चलता है लेकिन कोई भी अपनी शक्तियां बाटना नहीं चाहता । 
मजेदार बात अपने संबोधन में चौ बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं एक रिटायर्ड आदमी हूं लेकिन बीरेन्द्र सिंह के साथी कार्यक्रम की ओर से 23 मार्च को जींद में रेली की जायेगी जो किसी पार्टी के न पक्ष में और न ही विरोध में होगी ! यह सोच विचार की रैली होगी । इसमें बेरोजगारी , भ्रष्टाचार , जात पात की राजनीति और साम्प्रदायिकता के खिलाफ आवाज उठाई जायेगी । 
चौ बीरेन्द्र सिंह ने हरियाणा की समस्याओं का जिक्र करते बताया कि जमीन बेचकर आज युवा विदेश क्यों भाग रहे हैं ? बेरोजगारी के कारण ही । आज गांव में मेडिकल सुविधा नहीं क्योंकि डाॅक्टर गांव में सेवा नहीं करना चाहते । कृषि का मसला बहुत बड़ा मसला है । नौकरियां खत्म हो रही हैं और नये नारे दिये जा रहे हैं ।
##राजीव गांधी   राहुल गांधी का जिक्र : यह भी बड़ी रोचक बात रही कि चौ बीरेन्द्र सिंह ने अपने भाषण में राजीव गांधी और राहुल गांधी का जिक्र किया और यह भी कहा कि जैसी 72000रुपये की घोषणाएं की जा रही हैं , इन्हे सामाजिक दृष्टिकोण से देखना पड़ेगा । हमें सामाजिक समस्याओं का समाधान , अनुसंधान कर खोजना पड़ेगा ! भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का आह्वान करना होगा ।
##विचारधारा का जुड़ाव : चौ बीरेन्द्र सिंह के सबसे पुराने साथी विजय कौशिक ने कहा कि उनका और चौ बीरेन्द्र सिंह का साथ न जात पात का नहीं बल्कि विचारधारा का जुड़ाव है । वे हमेशा लोगों की आत्मा की सच्ची आवाज उठाते हैं । उन्होंने किसान आंदोलन में अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने में संकोच नहीं किया । 
##मुख्यमंत्री बनने का सपना : कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री चौ कंवल सिंह ने कहा की लम्बी राजनीतिक पारी में चौ बीरेन्द्र सिंह ने ईमानदारी का साथ नहीं छोड़ा । पर भाग्य की विडंबना रही कि वे मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा न ओर पाये । 
##जादूगर हैं बीरेन्द्र सिंह : भाजपा के जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र ने कहा कि चौ बीरेन्द्र सिंह राजनीति के जादूगर हैं । वे चुटकियों में मसले हल कर देते हैं ।
##बेदाग छवि : मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि चौ बीरेन्द्र सिंह बेदाग छवि के नेता हैं और स्पष्टवादी इंसान हैं । उनकी ईमानदारी की छवि है ।
##चौ बीरेन्द्र सिंह के पुराने साथियों में उदयवीर पूनिया , परमवीर, अशोक सिवाच, वीर सिंह दलाल व अन्य अनेक नेता मंच पर मौजूद रहे ।