साइबर अपराध पर रोक लगाने के लिए पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान

साइबर अपराध पर रोक लगाने के लिए पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान

रोहतक, गिरीश सैनी। जिला पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया के दिशा निर्देशानुसार रोहतक पुलिस द्वारा स्कूली विद्यार्थियों व आमजन को साइबर अपराध पर रोक लगाने व साइबर अपराध के तरीकों बारे जागरूक किया गया।

 

राष्ट्रीय एकता की सुरक्षा, नशा मुक्ति तथा साइबर अपराध जागरूकता अभियान के संदर्भ में सभी थानों की टीमों ने स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों को पुलिस की कार्यशैली से अवगत कराया तथा साइबर अपराध रोकने व नशा मुक्ति के प्रति जागरूक किया। थाना आईएमटी, कलानौर व बहु अकबरपुर की टीम ने विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए बताया कि संचार क्रांति के इस युग में हमारा ज्यादातर काम ऑनलाइन हो गया है और हम अपने मनोरंजन के लिए भी इंटरनेट यूज करते है। इस डिजिटल युग में सक्रिय साईबर अपराधी साइबर अपराध करने के नए-नए तरीके अपना रहे है। साइबर अपराधियों द्वारा आमजन को जाल में फंसाने के लिए आसान तरीके से पैसे कमाने का लालच दिया जाता है। उससे अपने अकाउंट में पैसे डलवाए जाते हैं और पैसे जब तक सैकड़ों में होते हैं तो कमीशन जोड़कर वापस देते हैं। लेकिन जैसे ही रकम हजारों में चली जाती है तो ठगी शुरू हो जाती है।

 

पुलिस टीम ने बताया कि अपनी ईमेल व अन्य सोशल मीडिया अकाउंट पर टू स्टेप फैक्टर ऑथेंटिकेशन का प्रयोग करें। व्हाट्सएप पर किसी भी अनजान वीडियो कॉल को न स्वीकारें। कई बार छात्र अलग-अलग नाम व अन्य किसी व्यक्ति के नाम से आईडी बनाकर कई सोशल मीडिया अकाउंट का ग़लत प्रयोग करते हैं, जो एक दंडनीय अपराध है। ऐसा करने पर आरोपी के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाती है जिसके कारण विद्यार्थी का भविष्य भी खराब हो सकता है। पुलिस टीम द्वारा बताया गया कि अगर सतर्कता रखने के बावजूद भी किसी प्रकार का साइबर फ्रॉड हो जाता है तो बिना घबराए तुरंत साइबर हेल्प डेस्क नंबर 1930, डायल 112 या अपने बैंक तथा नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दें और साईबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराएं।