दोआबा कॉलेज में `राहां विच अंगिआर बड़े सी' नाटक का मँचन आयोजित  

दोआबा कॉलेज में `राहां विच अंगिआर बड़े सी' नाटक का मँचन आयोजित  
दोआबा कॉलेज में `राहां विच अंगिआर बड़े सी' का मँचन करती हुई अदाकारा कमल नूर। 

जालन्धर, 2 अक्तूबर, 2023: दोआबा कॉलेज के पोस्ट ग्रेजूएट पंजाबी विभाग तथा भाषा विभाग पंजाब द्वारा रंगमँच तथा नाट-चिंतन प्रोग्राम के तहत सुखविंदर अमृत के जीवन पर अधारित राजविंदर समराला द्वारा लिखित नाटक `राहां विच अंगिआर बड़े सी' का मँचन किया गया जिस में डा. लखविंदर जोहल- प्रधान, पंजाबी साहित्य अकादमी, लुधियाना मुख्य मेहमान, सुरिंदर सिंह सुन्नड़- प्रधान लोक मँच, पंजाब बतौर प्रधानगी मंडल, दीपक बाली- प्रसिद्ध समाज सेवी, राजविंदर समराला- नाटककार एवं निद्रेशक, सुखविंदर अमृत- प्रसिद्ध शायरा, कमल हीर- अंतर्राष्ट्रीय पंजाबी लोक गायक, चेतन सिंह- पूर्व निदेशक, भाषा विभाग, पंजाब, डा. जगदीप सिंह संधू- जिला भाषा अफसर, फिरोज़पुर एवं तरनतारन मुख्य वक्ता, अदाकारा कमल नूर, गुरविंदर सिंह- रंगक्रर्मी एवं निद्रेशक, बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन जसप्रीत कौर- जिला भाषा अफसर जालन्धर, प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल- प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया। 

उपस्थिति का स्वागत करते हुए प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि सुखविंदर अमृत की लेखनी का कॉलेज के प्रांगण में नाटक के रूप में मंचन होना बहुत ही हर्ष की बात है क्योंकि उनकी लेखन कला में पंजाब के सभ्याचार एवं समस्याओं के बारे में अक्स बखूबी झलकता है।  

राजविंदर समराला द्वारा लिखित एवं निर्देशन में अदाकारा कमल नूर ने नाटक `राहां विच अंगिआर बड़े सी' में अपनी अदाकारी से सबके दिलों को छू लिया। 

डा. जगदीप सिंह संधू नाटक चिंतन पर टिप्पणी करते हुए पंजाबी रंगमंच की स्थिति एवं विस्तार के बारे में चर्चा की। 

सुखविंदर अमृत ने अपनी कविता पेश की। डा. लखविंदर जोहल ने पेश किए गए नाटक नैतिक मूल्यों तथा पुरुष प्रधान समाज में स्त्री की स्थिति पर प्रकाश डाला। 

अन्तराष्ट्रीय पंजाबी लोक गायक कमल हीर ने कला के सृजन में मानवीय जीवन से जुड़ी संवेदनशील भावनाओं की भूमिका के बारे में बताया। 

प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल तथा जसप्रीत कौर ने सभी मेहमानों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया। 

डा. ओमिंदर जोहल और जसप्रीत कौर ने उपस्थिति का धन्यवाद किया। 

डा. प्रिया चोपड़ा ने मंच संचालन बखूबी किया।