गीता का दर्शन कर्म पर आधारित: चंद्रशेखर 

गीता का दर्शन कर्म पर आधारित: चंद्रशेखर 

-कमलेश भारतीय 
हिसार : गीता का दर्शन कर्म पर आधारित है जैसे महात्मा गांधी का दर्शन सत्य व अहिंसा पर आधारित है । यह कहना है हिसार के आयुक्त चंद्रशेखर का, जो आज गवर्नमेंट काॅलेज में चल रहे त्रिदिवसीय गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन मुख्यातिथि थे । आयुक्त ने छात्रों को अपने अनुभव बांटते हुए कहा कि बयालिस साल पहले वे इसी काॅलेज के छात्र थे और तब पुरस्कार जीता करते जबकि आज पुरस्कार बांटने आए हैं । कभी सोचा करता था कि मैं भी डी सी बनूंगा और तब भी डी सी की कार का नम्बर सात ही होता था जो मुझे याद है । अब मेरा मंत्र यह है कि कितने लोगों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं , वही व्यक्ति बड़ा होता है । छात्रों को टिप्स देते कहा कि कुछ भी बनना है उसके लिए अनुशासन जरूरी है । मैं डाॅक्टर , इंजीनियर तीन बन पाया लेकिन अनुशासन से सिविल सर्विस में आ गया । 
आज के समाज पर टिप्पणी करते चंद्रशेखर ने कहा कि अब एक अनहेल्दी कम्पीटिशन आ गया समाज में । कोई किसी का भला नहीं चाहता और न मदद करना चाहता है । हम अमीर होना चाहते हैं और जितने साधन या सुविधाएं हमारे पास हैं , उससे संतुष्ट नहीं हैं । हम संबंधों को नहीं , दूसरे के स्टेट्स को ही सम्मान देते हैं । आज अवसरवादिता बढ़ी है ।
इस अवसर पर उपायुक्त डाॅ प्रियंका सोनी विशिष्ट अतिथि थीं जबकि अतिरिक्त उपायुक्त स्वप्निल पाटिल , सिटी मजिस्ट्रेट विजया मलिक, लोक सम्पर्क अधिकारी सुरेंद्र सैनी व गवर्नमेंट काॅलेज की प्राचार्य कुसुम सैनी , सुरेंद्र बाजिया , नाहल सिंह , पवित्र मोहन,सुरेंद्र , सत्यपाल शर्मा, अशोक मोनालिसा आदि मौजूद थे । लोक कलाकारों ने हरियाणवी संकृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया । मुख्यातिथि चंद्रशेखर व विशिष्ट अतिथि डाॅ प्रियंका सोनी ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किये । प्रारम्भ में बीन , नगाडों के साथ अतिथियों का लोककलाकारों ने जोरदार स्वागत् किया । सभागार से पहले विभिन्न एजेंसियों ने स्टार भी लगाये हुए हैं जिन्हें अतिथियों ने देखा और हौसला बढ़ाया । कुछ समाजसेवियों को भी सम्मानित किया गया । हास्य कलाकार आजाद दूहन ने मंच संचालन किया ।