सुपवा शिक्षकों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन 27वें दिन भी जारी रहा। 

सुपवा शिक्षकों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन 27वें दिन भी जारी रहा। 

रोहतक (गिरीश सैनी)। पंडित लख्मीचंद विश्वविद्यालय के शिक्षक पिछले 27 दिनों से लगातार बिना किसी  शैक्षणिक कार्यों में बाधा पहुंचाए शाम 5 बजे के बाद विमर्श प्रदर्शन कर रहे हैं, ताकि शैक्षणिक कार्यों में बाधा से विद्यार्थियों और विश्वविद्यालय का नुकसान ना हो। लेकिन इसके उलट विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षकों के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।

शिक्षक संघ के प्रधान इंद्रनील घोष ने कहा कि गजब की बात है कि पिछले साल 2022 के सितंबर  माह में आए यूजीसी वेतनमान व 7वें सीपीसी संबंधी सरकारी आदेश को लागू तक नहीं किया जा रहा । जबकि आदेश को आए हुए आठ महीने से ज्यादा समय हो गया है।

फाइलों और विसंगतियों को दूर करने की कोई समय सीमा तक निश्चित नहीं की गई है ।  शैक्षणिक योग्यता एवं प्रोफेशनल अनुभवी सुपवा के प्राध्यापकों  के कैरियर के साथ मजाक किया जा रहा है सुपवा शिक्षकों की पिछले 10 वर्षों से कोई पदोन्नति नहीं हुई है जबकि प्रशासन द्वारा हाल ही की गई नियुक्तियों को यूजीसी के सातवें वेतनमान का लाभ दिया जा रहा है।

शिक्षक संघ ने मांग की हैं कि बिना किसी देरी के यूजीसी वेतनमान और सातवें सीपीसी लाभ तुरंत प्रभाव से शिक्षकों को दिया जाए  साथ ही इस मामले की जिम्मेदारी तय की जाए और जो अधिकारी इनके लिए दोषी है उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही की जाए।