देश की सेवा में युवाओं की भागीदारी जरूरी हैः डॉ. श्रीभगवान
रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के प्राध्यापक डॉ. श्री भगवान ने बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य वक्ता शिरकत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धांत वाक्य -स्वयं से पहले आप वसुधैव कुटुम्बकम का सार बताता है। नि:स्वार्थ सेवा की आवश्यकता का समर्थन करता है कि हम दूसरे के दृष्टिकोण की सराहना करने वाले बनें तथा प्राणी मात्र के लिये सहानुभूति रखें। उन्होंने कहा कि देश की सेवा में युवाओं की भागीदारी जरूरी है।
एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रीति एवं डॉ. मंजीत ने डॉ. श्रीभगवान का स्वागत किया। डॉ. प्रमिला ने स्वागत भाषण तथा डॉ. मंजीत कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस दौरान डॉ. विजय, डॉ. कविता, डॉ. सुमन, डॉ. मोनिका एवं एनएसएस वालंटियर्स मौजूद रहे।
Girish Saini 

