परिवार पहचान पत्र सरकार की कल्याणकारी स्कीमों में वास्तविक जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने का सटीक माध्यम है: विशेष सचिव सोफ़िया

परिवार पहचान पत्र सरकार की कल्याणकारी स्कीमों में वास्तविक जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने का सटीक माध्यम है: विशेष सचिव सोफ़िया

रोहतक, गिरीश सैनी । परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) न केवल पारिवारिक पहचान का सशक्त टूल है, बल्कि सरकार की कल्याणकारी स्कीमों में वास्तविक जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने का भी सटीक माध्यम है। जरूरत है कि आम नागरिक परिवार पहचान पत्र बनवाकर राष्ट्रीय विकास में अपना योगदान दें। ये विचार हरियाणा सरकार में वित्त विभाग तथा नागरिक संसाधन सूचना विभाग, हरियाणा की विशेष सचिव सोफिया दहिया ने सोमवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के चौ. रणबीर सिंह सामाजिक तथा आर्थिक परिवर्तन संस्थान के तत्वावधान में आयोजित वाइस चांसलर डिस्टंग्विशड लेक्चर देते हुए व्यक्त किए।

सोफिया दहिया ने- रेलेवेंस ऑफ फैमिली आईडी हरियाणा: येट अनेदर डेटाबेस और ए पैराडाइम शिफ्ट इन गवर्नेंस विषय पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया। सोफिया दहिया ने बताया कि पीपीपी की वजह से हरियाणा सरकार प्रो-एक्टिव होकर विभिन्न कल्याणकारी स्कीमों के लाभार्थियों तक पहुंच रही है।

उन्होंने कहा कि पीपीपी आम नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी है। जरूरत है कि पीपीपी पूरे विश्व में पारिवारिक पहचान को स्थापित करने तथा प्रभावशाली तरीके से सुशासन सुनिश्चित करने का माध्यम है। सोफिया दहिया ने कहा कि पीपीपी बारे भ्रामक सूचनाओं से बचा जाए तथा इसके सही मकसद को समझा जाए। सोफिया दहिया ने उपस्थित जन के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। 

कार्यक्रम में स्वागत भाषण सीआरएससीआई की निदेशिका प्रो. सोनिया मलिक ने दिया। आभार प्रदर्शन सीसीपीसी निदेशक प्रो. सुमित गिल ने किया। मंच संचालन इमसार की प्राध्यापिका डा. नीतू रानी ने किया।

इस विशेष व्याख्यान में डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेंद्र कुमार, डीन सीडीसी प्रो. ए. एस. मान, डीन फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेज प्रो. के. एस. चौहान, डीन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट प्रो. ऋषि चौधरी की विशेष उपस्थिति रही।

शैक्षणिक विभागों के अध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी समेत विवि स्टाफ सदस्य भी मौजूद रहे।