भारत में आतिथ्य और पर्यटन शिक्षा: अवसर और चुनौतियां विषय पर पैनल डिस्कशन
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में- भारत में आतिथ्य और पर्यटन शिक्षा: अवसर और चुनौतियां विषय पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने देश में आतिथ्य और पर्यटन शिक्षा के उभरते परिदृश्य पर गहन विचार-विमर्श किया।
इस पैनल डिस्कशन में अंबेडकर यूनिवर्सिटी, दिल्ली के स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज के डीन प्रो. सीतांशु शेखर जेना, आईएचटीएम, एमडीयू के निदेशक प्रो. आशीष दहिया, छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर के स्कूल ऑफ होटल मैनेजमेंट के निदेशक डा. सौरभ त्रिपाठी, आईएचएम, भोपाल के पूर्व निदेशक प्रो. आनंद कुमार सिंह तथा एफडीसी एवं चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के निदेशक प्रो. संदीप मलिक शामिल हुए।
आईएचटीएम निदेशक प्रो. आशीष दहिया ने पर्यटन शिक्षा में एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया, जो स्थिरता और नवाचार को बढ़ावा देते हुए इंडस्ट्री की मांगों के अनुरूप हो। प्रो. सीतांशु शेखर जेना ने कौशल अंतर को पाटने में व्यावसायिक प्रशिक्षण की भूमिका पर प्रकाश डाला, जबकि प्रो. आनंद कुमार सिंह ने सरकारी नीतियों और पर्यटन और आतिथ्य संस्थानों पर उनके प्रभाव पर प्रकाश डाला। प्रो. संदीप मलिक ने प्रतिभा प्रतिधारण, कौशल विकास और प्रतिबद्धताओं पर जोर दिया। डॉ. सौरभ त्रिपाठी ने कुंभ जैसे बड़े आयोजनों से आगंतुकों के अनुभव और आर्थिक लाभ को बढ़ाने के लिए पर्यटन विकास नीतियों और वैश्विक प्रचार रणनीतियों के बारे में बात की।
इस संवाद कार्यक्रम में आतिथ्य एवं पर्यटन शिक्षा के विभिन्न पहलुओं- पाठ्यक्रम नवाचार, कौशल विकास, इंडस्ट्री-एकेडमिया सहयोग, तकनीकी एकीकरण और भारत में आतिथ्य और पर्यटन शिक्षा को आकार देने वाले वैश्विक रुझानों जैसे प्रमुख पहलुओं को शामिल किया गया। चर्चा में उद्योग के लिए तैयार पेशेवरों को तैयार करने में शिक्षा क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों, डिजिटल परिवर्तन की भूमिका और भारत में आतिथ्य शिक्षा के मानकों को बढ़ाने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी गई।
Girish Saini 


