`अंतर्मन’ इंटरनैशनल आर्ट एण्ड लिट्रेचर’तथा टोरांटो की ‘हैलो कनाडा’ से फूटी काव्यधारा/डॉ अजय शर्मा 

कार्यक्रम में हिन्दी कवियों ने ऑनलाइन माध्यम से कविताओं की खुशबू बिखेरी

`अंतर्मन’ इंटरनैशनल आर्ट एण्ड लिट्रेचर’तथा टोरांटो की ‘हैलो कनाडा’ से फूटी काव्यधारा/डॉ अजय शर्मा 

‘पिछले दिनों डॉ निर्मल जसवाल की संस्था ‘अंतर्मन’ अंतरराष्ट्रीय आर्ट एंड लिटरेचर ‘ तथा मेजर नागरा की अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘हेलो कनाडा’ के आपसी सहयोग से  एक काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हिन्दी कवियों ने ऑनलाइन माध्यम से कविताओं की खुशबू बिखेरी । 
‘अंतर्मन’ संस्था इन दिनों कनाडा में रह रही व्यंग्यकार, कहानीकार ,कवयित्री निर्मल जसवाल के कॉलेज ‘गवर्नमैंट कालेज,लुधियाना में स्थापित की गई संस्था, जिसे निर्मल जसवाल अपने साथियों के साथ ही चलाती रही। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. निर्मल जसवाल तथा सह संचालन मेजर नागरा द्वारा रहा। 
इस अंतरराष्ट्रीय काव्य गोष्ठी में देश-विदेश से जाने माने प्रसिद्ध कवि, कहानीकार,विचारक, आलोचक, कार्यरत प्रोफ़ेसर, संवेदनशील कवियत्रीयां व ग़ज़लकार आदि लगभग 10 कवियों ने कविताओं के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। 
इनमें प्रमुख रहे डॉ हरमोहिंदर सिंह बेदी- (चांसलर सेंटर यूनिवर्सिटी धर्मशाला) जिनकी पुस्तक ‘एकान्त में शब्द’ आजकल प्रसिद्ध है, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से डॉ. अनिल पांडे-जालन्धर, जो बिम्ब प्रतिबिम्ब पत्रिका के एडिटर हैं, इंग्लिश-हिन्दी की कवियत्री परविंदर सोनी, पंजाबी-हिन्दी की व्यंग्यकार/कवियत्री डॉ दलजीत कौर, इंग्लिश में प्राध्यापिका व आर्ट फ़िल्म मेकर विजया सिंह, हिन्दवी संस्था से जुड़ी रश्मि शर्मा ,ग़ज़लकार डॉ गुरदीप धीर गुल सभी चण्डीगढ से, विकेश निझावन (एडिटर पुष्पगंधा-अम्वाला,)डॉ शैलजा सक्सेना नाटकों और अभिनय में पारंगत (कनाडा),  विद्याभूषण धर- (कश्मीरी) जो रेडियो-टीवी व नाटक -अभिनय से जुड़े हैं (कनाडा) से । 
इन दिनों ऐसे ऑनलाइन आयोजन समाज को नई दिशा भी देने का तथा साहित्य की सेवा भी कर रहें हैं ।
    ‘ अंतर्मन’ (एआईएलडब्लयू)  ‘हैलो कनाडा’ के सहयोग से भविष्य में बहुत कुछ करवाने का तथा संसार भर की सभी विधाओं और भाषाओं से जोड़ने का संकल्प लेकर चलेगी । 
यह आन-लाईन ,यू-ट्यूब, व अन्य कई ज़रिए से आपके रूह-ब-रूह भी होगी ।