अधिकारी वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए गंभीरता से करें कार्यः एडीसी नरेंद्र कुमार

बचाव के लिए नागरिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए उपाय अपनाएं।

अधिकारी वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए गंभीरता से करें कार्यः एडीसी नरेंद्र कुमार

रोहतक, गिरीश सैनी। अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने कहा कि वेक्टर-जनित बीमारियों से बचाव के लिए सभी संबंधित विभाग अपनी व्यक्तिगत जिम्मेवारी मानकर गंभीरता से कार्य करें। जिला में रक्त की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित की जाए। विकास एवं पंचायत तथा शहरी स्थानीय निकाय द्वारा सभी फॉगिंग मशीन को दुरुस्त रखा जाए। डेंगू व चिकनगुनिया एक वायरल बीमारी है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलती है। मच्छर दिन में काटता है तथा रुके हुए साफ पानी में ही पनपता है। वेक्टर-जनित बीमारियों से बचाव के लिए आसपास पानी न खड़ा होने दें। सप्ताह में एक दिन कार्यालयों व घरों में ड्राई डे मनाएं।

 

एडीसी नरेंद्र कुमार ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित बैठक में वेक्टर-जनित बीमारियों डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से बचाव के प्रबंधों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि वे संबंधित विभागों को उनकी जिम्मेदारियों से संबंधित पत्र भिजवाएं तथा निर्धारित अवधि में कार्रवाई रिपोर्ट भी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी तालाबों में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से गंबूजिया मछली छोड़े तथा इस कार्य में सरपंचों की जिम्मेवारी भी तय की जाए।

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए नागरिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाये गए उपायों को अपनाये। इन उपायों के अंतर्गत पानी के बर्तन, टंकी, घड़ों आदि को ढक कर रखें। सप्ताह में एक दिन कूलर, फूलदान, फ्रिज की ट्रे, पशु-पक्षियों के बर्तन व ड्रमों को खाली करके फिर पानी डाले। सप्ताह में शुक्रवार को एक दिन ड्राई डे मनाएं। शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहने, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, ठहरे पानी में मिट्टी का तेल या लार्वा नाशक दवाई डाले तथा बुखार होने की स्थिति में पेरासिटामोल की गोली लें व डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा प्रदेश के किसी व्यक्ति को डेंगू से पीड़ित होने पर प्लेटलेट चढ़ानी पड़ती है तो उसका खर्च स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया जाएगा। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे सभी स्कूलों की खिड़कियों में जाली लगवाएं तथा बच्चों को इन बीमारियों की रोकथाम बारे जागरूक करें। बच्चों को शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनने, घर में कबाड़ इकट्ठा न होने दे।

 

एडीसी ने कहा कि विकास एवं पंचायत द्वारा गांवों में पंचायतों के के माध्यम से अनावश्यक गड्ढों को भरवाएं ताकि पानी एकत्रित न हो। नालियों को हर सप्ताह साफ करवाए। सभी पेयजल कनेक्शन पर टूटी लगाए ताकि पानी व्यर्थ न बहें। सीवर लाइन, मैन हॉल को ढक कर रखें। नालियों के पानी की निकासी सुनिश्चित करें। परिवहन विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि बेकार पड़े टायरों में पानी इकट्ठा न हो। वन विभाग द्वारा मच्छर भगाने वाले पेड़ जैसे नीम, तुलसी, आक व अजवायन लगवाएं। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सभी खाली प्लॉट धारकों को प्लाटों में मिट्टी का भर्त करने बारे निर्देश जारी करें।

 

सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए सभी विभाग पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया की जांच सभी जिला अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी निजी अस्पताल व लैब अपने क्लीनिक पर एन एस 1 /मैक्क लाईजा डेंगू टेस्ट के लिए निर्धारित 600 रुपए से ज्यादा वसूल न करें। मलेरिया बुखार आने पर उसकी ब्लड स्लाइड बनाकर विभाग की मलेरिया शाखा को भिजवाए।

 

इस दौरान आईएमए की प्रधान डॉ. आरती साहू, उप जिला शिक्षा अधिकारी मुन्नी देवी, उप सिविल सर्जन डॉ सत्यवान, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशीला, डॉ. शिवानी मान, जिला परिवार कल्याण अधिकारी सुरेश भारद्वाज सहित, स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।