समाचार विश्लेषण/अब हरियाणा में होगा रण 

समाचार विश्लेषण/अब हरियाणा में होगा रण 
कमलेश भारतीय।

-कमलेश भारतीय 

हाथरस का रण जारी है । राहुल और प्रियंका पीड़ित परिवार से मिलने में सफल रहे जबकि पूर्व प्रधानमंत्री चौ चरण सिंह के बेटे जयंत को लाठीचार्ज का सामना करना पड़ा । क्या विपक्ष को कोई गतिविधि करने का इस लोकतंत्र में कोई अधिकार नहीं है ? यह योगी सरकार से सवाल है । आखिर विपक्ष विरोध व्यक्त करने का अधिकार खो चुका है ? आप कभी गोरखपुर कांड पर कहते हो कि पिकनिक स्पाॅट न बनाइए तो कभी हाथरस में न केवल विपक्ष बल्कि मीडिया को दो दिन प्रवेश नहीं करने देते कि एसआईटी की जांच चल रही है जबकि आपके डी एम परिवार को साफ साफ धमकाते वायरल हो जाते हैं । उसी डी एम को सस्पेंड करने की परिवार की मांग आप सुन नहीं रहे । प्रियंका गांधी कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं को लाठीचार्ज से बचाने का प्रयास करती हैं तो उससे भी आपकी पुलिस अभद्रता करती है । फिर जांच के आदेश भी दे दिये । आखिर मीडिया पूछ रहा है कि दो दिन क्यों नहीं किसी को भी परिवार से मिलने दिया गया ? क्या छिपाने की कोशिश रही या परिवार को मनाने/धमकाने की कोशिश रही ? कहते हैं न डी एम कि कोरोना से मर जाती तो क्या पच्चीस लाख रुपये मुआवजा मिलता ? वाह रे डी एम महोदय । क्या कहें ? संवेदनशीलता मर गयी आपकी ? कोई कह दे कि कहीं आपकी बेटी से कुछ बुरा हो जाता तो ऐसा ही सलूक आपको पसंद आता ? 

हाथरस का रण अब चलेगा लेकिन राहुल गांधी का रण हरियाणा में शुरू होने जा रहा है कल से । मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री  अनिल विज यूपी प्रशासन और योगी जी से प्रेरणा लेकर इस ट्रैक्टर यात्रा को उसी तरह रोकने के मूड में दिख रहे हैं । मुख्यमंत्री की भाषा बता रही है कि जैसे कोई विपक्षी पार्टी का नेता नहीं बल्कि कोई दंगाई आ रहा हो । क्या विपक्षी दलों को विरोध का अधिकार हर भाजपा शासित राज्य में छीन लिया गया है ? फिर यह कैसा लोकतंत्र ? हर किसी को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध का अधिकार संविधान में है लेकिन ऐसा लगता है कि संविधान में बिना संशोधन ऐसे कानून बना दिये भाजपा शासित राज्यों ने कि कोई सड़क पर प्रदर्शन करने नहीं निकल सकता । कोरोना का सारा दोष विरोधी नेताओं पर डाले जा रहा है जबकि आपके नये अध्यक्ष महोदय शहर शहर क्या इसका पालन कर रहे हैं ? उन पर कोई नियम कानून कब लागू होगा ? अपने गिरेबान में झांकिए हुजूर । बहुत कुछ समझने की जरूरत है । खामखाह पिपली में लाठीचार्ज किया और अब बरोदा के लिए तो शांति बनाये रखिए । नहीं तो कल राहुल को रोकने का रण बहुत महंगा पड़ने सकता है । यह समझ लीजिए ।