छोटे बच्चों को सीखने व पढ़ने में रुचि पैदा करेगी निपुण वाटिकाः उपायुक्त सचिन गुप्ता

जिले के सभी स्कूलों में बनाई जाएगी निपुण वाटिका।

छोटे बच्चों को सीखने व पढ़ने में रुचि पैदा करेगी निपुण वाटिकाः उपायुक्त सचिन गुप्ता

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा है कि छोटे बच्चों को शुरुआती दौर में जल्दी व अच्छी तरह पढ़ने में निपुण भारत मिशन कार्यक्रम बेहद प्रभावी साबित होगा। उपायुक्त शुक्रवार को स्थानीय सेक्टर 2, 3 व 4 स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय में निपुण वाटिका का शुभारंभ करने के उपरांत मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे।

 

उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य पहली, दूसरी व तीसरी कक्षा के बच्चों के लिए एक पढ़ाई का बेहतर वातावरण तैयार करना है ताकि यह बच्चे शुरुआती दौर में ही पढ़ने व सीखने की दक्षता हासिल कर सके। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छोटे बच्चों के सीखने की जरूरत को पूरा किया जाता है।

 

निपुण वाटिका के निर्माण के लिए अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार की सराहना करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इसका निर्माण सीएसआर कार्यक्रम के तहत किया गया है, जिसमें बैंकों का सहयोग है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सीखने की जरूरत के मुताबिक निपुण वाटिका में दो क्लास रूम को अपग्रेड किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला के सभी स्कूलों में निपुण वाटिका बनाई जाएगी।

 

उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को खेल व अन्य गतिविधियों में शामिल करके पढ़ने व सीखने के लिए प्रेरित किया जाता है। बच्चों की रुचि को ध्यान में रखते हुए ही उनके लिए पढ़ाई का बेहतर वातावरण तैयार किया जाता है। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे बच्चों को समय पर स्कूल में भेजें और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाई के प्रति उनका आकर्षण बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों की पढ़ाई में अंक प्रतिशत की ओर ध्यान न देकर उनके सर्वांगीण विकास पर फोकस करना होगा।

 

अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने कहा कि निपुण वाटिका हरियाणा का अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट को राज्य स्तर पर भेजा गया है ताकि अन्य जिलों में भी इस प्रकार की वाटिका का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छोटे बच्चों में शुरुआती दौर में ही पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करना है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि छोटे बच्चों को सरकारी स्कूलों में भी पढ़ाई का बेहतर वातावरण मिले। उन्होंने कहा कि बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफ.एल.एन) में सुधार लाना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।

 

एडीसी नरेंद्र कुमार ने कहा कि निपुण वाटिका के तहत क्लासरूम की दीवारों को आकर्षक बनाया गया है। इन दीवारों पर मैप, हिंदी व इंग्लिश आदि का ज्ञान देने के लिए ऐसी चीजें बनाई गई है कि बच्चा इन गतिविधियों में शामिल होकर सीखने की दक्षता प्राप्त कर सके। उन्होंने बताया कि सीएसआर कार्यक्रम के तहत स्कूल के क्लास रूम को अपग्रेड किया गया है।

 

निपुण वाटिका स्मार्ट क्लासरूम में विद्यार्थियों के लिए डिजिटल स्क्रीन, शैक्षिक चार्ट, प्रोजेक्टर और अन्य तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इससे बच्चों और अध्यापिकाओं को काफी लाभ होगा और शिक्षा अधिक प्रभावी एवं आकर्षक बनेगी। विद्यालय प्राचार्य एवं शिक्षकों ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहल विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इस दौरान उपायुक्त ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण कर विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह, बैंक के रीजनल हेड मुकेश अनेजा, शाखा प्रबंधक गौरव कपूर, मार्केटिंग मैनेजर रविकांत यादव सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहे।