सेवा ही सेवा चैरिटेबल हॉ़स्पिटल का नया मिशन

29 मई से होंगेआंखों के फ्री आपरेशन

सेवा ही सेवा चैरिटेबल हॉ़स्पिटल का नया मिशन

चंडीगढ़। दुनियाभर में लगभग 32.4 मिलियन लोग दृष्टिहीन हैं। इनमें 90 फीसदी लोग विकासशील देश से हैं। इनमें से आधे से ज्यादा लोगों ने आंखों की रोशनी मोतियाबिंद की वजह से गंवा दी है। यह कहना है सेवा ही सेवा चैरिटेबल हॉस्पिटल सेक्टर-11 के सेवादार रमेश अग्रवाल और आंखों के एक्पर्ट डॉ. सिद्धार्थ दुग्गल का। चंडीगढ़ में उन्होंने यह बात कही। 

उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों पर नजर डालने के बाद उन्होंने पंचकूला में आंखों का फ्री हॉस्पिटल खोलने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि सेवा ही सेवा अस्पताल में 29 मई से आंखों के (मोतिया) फ्री आपरेशन होंगे। यह पंचकूला का पहला ऐसा हॉस्पिटल है जिसमें आंखों के फ्री आपरेशन होंगे। अस्पताल में आंखों के आपरेशन के लिए स्पेशल आपरेशन थिएटर तैयार किया गया है। जिसमे लेटेस्ट मशीन लगाई गयीं हैं। यहां एक्सपर्ट डाक्टर्स आपरेशन करेंगे। उन्होंने बताया कि आंखों का यह अस्पताल खोलने में उनकी मदद वॉल्को इंडस्ट्री ने की। इसके साथ ही लक्ष्मी माहेश्वरी ने अपनी दिवंगत पत्नी की याद में आंखों का अस्पताल खोलने में मदद की। इसके साथ ही उद्यमी अनुज अग्रवाल ने भी हॉस्पिटल के लिए अनुदान दिया। 

उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीज धन के अभाव में इलाज तक नहीं करवा पाते हैं। इसी वजह से अस्पताल में उन्होंने एक मेडिसिन शॉप भी खोली है जिसमें ब्रांडेड मेडिसिन 63 फीसदी ऑफ पर और पेटेंट मेडिसिन 20 फीसदी ऑफ पर मिलती हैं। 

सेवा ही  सेवा के सेवादार रमेश अग्रवाल ने बताया कि उनका विश्वास सेवा पर है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में आंखों, जनरल मेडिसिन, डेंटल, ऑर्थो, स्किन , गायनी, फिजियोथेरेपी के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि उनको इस बात की खुशी है कि इस अस्पताल में प्रति माह सैकड़ों मरीज इलाज का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में लैब टेस्ट सभी चैरिटेबल लैब से कम कीमत पर होते हैं। 

उन्होंने बताया कि आंखों के अस्पताल में आपरेशन फ्री होगा। यह मरीज पर निर्भर होगा कि वो कौन से लेंस लगवाता है। उन्होंने कहा कि लेंस के चार्ज मरीजों से लिए जाएंगे।