हरियाणा में नई पहल, मतदाता उंगली पर लगी नीली स्याही के साथ सेल्फी अपलोड कर ड्रॉ में जीत सकेंगे 10 हजार रुपये तक ईनामः उपायुक्त अजय कुमार

 जिला स्तर पर ड्रॉ में प्रथम विजेता को 10 हजार, द्वितीय को 5 हजार व तृतीय को मिलेंगे 2500 रुपये।

हरियाणा में नई पहल, मतदाता उंगली पर लगी नीली स्याही के साथ सेल्फी अपलोड कर ड्रॉ में जीत सकेंगे 10 हजार रुपये तक ईनामः उपायुक्त अजय कुमार

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार ने कहा है कि प्रदेश में 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा एक नई पहल की गई है। इस पहल में स्कूली बच्चों को जोड़ते हुए उन्हें नगद इनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।

जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार ने कहा है कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा शुरू की गई नई पहल के तहत बच्चों द्वारा इस बार अपने अभिभावकों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा और मतदान के दिन वोट करने के बाद परिवार के मतदाताओं की उंगली पर लगी नीली स्याही के साथ सेल्फी अपलोड करनी होगी। जिला स्तर पर ड्रॉ के माध्यम से प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेताओं को क्रमश: 10 हजार रुपये, 5 हजार रुपये और 2.5 हजार रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा।

उपायुक्त अजय कुमार ने कहा है कि इस पहल के तहत जिला के जिस स्कूल के विद्यार्थी सबसे अधिक सेल्फी अपलोड करेंगे, उस स्कूल को भी 25 हजार रुपये का विशेष पुरस्कार दिया जाएगा। सेल्फी अपलोड करने के लिए  https://www.ceoharyana.gov.in/ पोर्टल पर एक लिंक विकसित किया गया है, जो मतदान के दिन यानी 25 मई को खुलेगा। मतदान के दिन प्रातः: 7 बजे से मतदान के साथ ही सेल्फी अपलोड करने का लिंक स्कूली बच्चों के लिए खुल जाएगा और रात्रि 8 बजे तक सेल्फी अपलोड की जा सकेगी। लोकसभा चुनाव-2024 के प्रति मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव का पर्व-देश का गर्व नामक लोगो जारी किया है। शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य के साथ स्वीप अभियान भी निरंतर

जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार ने कहा है कि इस पहल का उद्देश्य न केवल इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाना है, भावी मतदाताओं अर्थात स्कूली बच्चों को अभी से मतदान अधिकारों के प्रति सजग करना है। हरियाणा में भी इस पर्व को अनूठे तरीके से मनाने की पहल की गई है और मतदाताओं को चुनाव मेला देखण जावांगे, सारे वोट डाल के आवांगे जैसे अनेक स्लोगनों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।