ऐमज़ॉन के मुखिया जेफ़ बेज़ोस के खिलाफ देश के 300 शहरों में आज हुए विरोध प्रदर्शन

नारायणमूर्ति और बियानी के ऐमज़ॉन को समर्थन देने पर उनका भी होगा पुरजोर विरोध

ऐमज़ॉन के मुखिया जेफ़ बेज़ोस के खिलाफ देश के 300 शहरों में आज हुए विरोध प्रदर्शन

ई कॉमर्स कंपनियों के बाद अब ब्रांड कंपनियों और बैंकों के विरोध की बारी
 
लुधियाना: ई कॉमर्स कंपनी ऐमज़ॉन के संस्थापक जेफ़ बेजोस की कल से शुरू हुई भारत यात्रा के विरोध में कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आव्हान पर देश भर के विभिन्न राज्यों के लगभग 300 शहरों में आज व्यापारियों ने बेहद जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन किया और जेफ़ बेजोस वापिस जाओ , अमेज़न वापिस जाओ के नारों के साथ अमेज़न के खिलाफ अपने रोष और आक्रोश को प्रदर्शित किया ! देश भर में हुए इन प्रदर्शनों में लगभग 5 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठनों के 5 लाख से ज्यादा व्यापारी शम्मिल हुए और भारत के व्यापार में ऐमज़ॉन की अनैतिक व्यापारिक नीतियों का पुरजोर विरोध किया ! 
 
श्री जेफ़ बेजोस द्वारा भारत में एक बिलियन डॉलर के निवेश करने पर कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने टिपण्णी करते हुए कहा की यह निवेश नहीं है बल्कि प्रमोशनल वित्त है जो भारत के रिटेल व्यापार को तहस नहस करने के काम आएगा और ऐमज़ॉन इंडिया जमकर अब लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचेगी और ज्यादा भारी डिस्काउंट देगी और भारत की एफडीआई पालिसी का और ज्यादा उल्लंघन करेगी ! जेफ़ बेजोस द्वारा भारत से 10 बिलियन डॉलर के निर्यात की घोषणा पर श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की यह बेहद वाहियात घोषणा है ! ऐमज़ॉन के पोर्टल पर पहले ही 5 लाख से जयदा रिटेलर हैं और कम्पनी ने उनका व्यापार बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाये और क्या ऐमज़ॉन के शीर्ष विक्रेताओं में से एक भी छोटा रिटेलर बड़ा बन पाया ! उनकी घोषणा मात्र एक छलावा है और सरकार की निगाह में अपनी छवि सुधरने की एक कोशिश है ! श्री बेजोस ने व्यापारियों के डिजिटलीकरण में मदद करने की बात भी कही है पर सवाल यह है की उनसे यह मदद मांगी किसने ? देश के व्यापारी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इण्डिया कार्यक्रम के अंतर्गत स्वे को डिजिटल तकनीक से जोड़ने के लिए सक्षम हैं ! हमें जेफ़ बेज़ोस की मदद की कोई जरूरत नहीं है!  
 
कैट ने श्री नाराणमूर्ति एवं श्री किशोर बियानी द्वारा ऐमज़ॉन का समर्थन करने पर बेहद अफ़सोस जताते हुए कहा की ये लोग भी देश के व्यापारियों के खिलाफ खड़े हो गए हैं !  कैट ने यह भी कहा की ऐमज़ॉन एवं फ्लिपकार्ट के साथ ब्रांड कंपनियों और बैंकों ने नापाक गठजोड़ किया है और वो भी व्यापारियों को तबाह करने में पीछे नहीं है !  कैट ने श्री जेफ़ बेज़ोस को सलाह दी है की अगर उनकी कम्पनी को भारत में व्यापार करना है तो वो अपनी कम्पनी को सलाह दें की वो सरकार की एफडीआई नीति का अक्षरश पालन करें ! कैट ने श्री बेजोस को यह भी सलाह दी है की अमेज़न व्यापारियों का भला करती है वाली भ्रामक कहानी को न गढ़े ! 
 
इसी कड़ी में नई दिल्ली के जंतर मंतर पर जेफ़ बेज़ोस के खिलाफ कैट द्वारा एक जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया जिसमें दिल्ली के व्यापारी बड़ी संख्यां में शामिल हुए और काले झंडे अपने हाथों में लेकर " ऐमज़ॉन की जागीर नहीं है - हिंदुस्तान हमारा है ", "ऐमज़ॉन या तो नीति का पालन करो-नहीं तो अपने काम समेटो " जैसे नारे लगाकर अपना जबरदस्त विरोध जताया !
 
कैट ने इस मुद्दे पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री पियूष गोयल द्वारा तत्काल कदम उठाये जाने की सराहना की और कहा है की यह स्वागतयोग्य है की श्री पियूष गोयल ने लगातार अनेक मंचो पर दृढ़तापूर्वक कहा की सरकार किसी भी कीमत पर लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचने और भारी डिस्काउंट देने को कतई स्वीकार नहीं करेगी ! कैट ने श्री गोयल से आग्रह किया है की ई कॉमर्स पालिसी को तुरंत लागू किया जाए थता ई कॉमर्स व्यापार की देख रेख के लिए एक रेगुलेटरी अथॉरिटी भी गठित की जाए ! कैट ने यह भी कहा की अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट द्वारा जिस तरह से अनैतिक पद्दति के द्वारा व्यापार करते हुए व्यापारियों को बाजार से बाहर करने की कोशिश की जा रही है उस सन्दर्भ में सीसीआई का इन दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच का आदेश स्वयं एक सबूत है 

 श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की सीसीआई के द्वारा ऐमज़ॉन एवं फ्लिपकार्ट के कार्यकलापों की जांच के आदेश के बाद अब यह लड़ाई देश के साथ करोड़ व्यापारियों के अस्तित्व की लड़ाई है ! इस देश की अर्थव्यवस्था को आजादी के बाद से देश के व्यापारी ही चला रहे हैं और भविष्य में भी हम ही चलाएंगे ! कोई भी विदेशी कम्पनी अगर देश के ई कॉमर्स या रिटेल व्यापार पर अपने अनैतिक तरीकों से कब्ज़ा करने का सपना देखती है तो उसे भ्रम से बाहर निकल आना चाहिए ! अगर किसी भी कम्पनी को भारत में व्यापार करना है तो बिना किसी लाग लपेट के एफडीआई नीति और देश के कानूनों का अक्षरश पालन करे नहीं तो भारत छोड़ कर दुनिया के किसी अन्य कोने में अपने लिए व्यापार ढूंढें !
 
श्री भरतियाएवं श्री खंडेलवाल ने अफ़सोस व्यक्त करते हुए कहा की श्री नारायणमूर्ति और किशोर बियानी जैसे लोग ऐमज़ॉन जैसी कम्पनी का समर्थन करके देश के छोटे व्यापारियों का कारोबार तबाह करने में जुट गए हैं , जो देश के व्यापारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे ! ऐसे जो भी व्यक्ति ऐमज़ॉन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों का समर्थन करेंगे देश के व्यापारी उनके खिलाफ भी आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे ! इन लोगों को याद रखना चाहिए की ऐमज़ॉन और फ्लिपकार्ट की पैरेंट कम्पनी वालमार्ट लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचने और भारी डिस्काउंट देने एवं अन्य अनैतिक तरीकों से व्यापार करने के लिए दुनिया भर में कुख्यात हैं और न केवल भारत में बल्कि यूरोपियन देशों एवं अमरीका में भी उनके खिलाफ जांच चल रही है और अनेक देशों में इन कंपनियों पर जुर्माना भी लगाया गया है ! 
 
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की देश के व्यापारियों का व्यापार तबाह करने में ऐमज़ॉन और फ्लिपकार्ट ब्रांड कंपनियों और बैंकों के साथ एक नापाक गठजोड़ बनाकर एक नीति के तहत षड्यंत्र में शामिल हैं ! जहाँ ऐमज़ॉन एवं फ्लिपकार्ट लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचना, भारी डिस्काउंट देना, पोर्टल पर बिकने वाले माल पर अपना नियंत्रण रखना, अपने चाहते विक्रेताओं के मार्फ़त अधिकतम माल बेचना और अनेक उत्पादों को केवल अपने पोर्टल पर ही बेचने जैसे अनैतिक व्यापार में लिओट हैं वहीँ दूसरी ओर अनेक ब्रांड कंपनियां भी इस खेल में शामिल होकर अनेक उत्पाद केवल इनके पोर्टल पर ही बेच रहीं है और दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया इनके पोर्टल पर क्रेडिट अथवा डेबिट कार्ड से खरीदी पर 10 प्रतिशत का कैश बैक भी दे रहे हैं ! 
 
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की ऐमज़ॉन एवं फ्लिपकार्ट के सहित अब देश के व्यापारी ब्रांड कंपनियों और बैंकों के खिलाफ भी आंदोलन छेड़ेंगे ! जो ब्रांड कम्पनी ई कॉमर्स कम्पनियॉं के साथ गठजोड़ करेगी, देश भर में व्यापारी उनके उत्पादों का बायकाट करने पर मजबूर होंगे और जो बैंक इन ई कॉमर्स कंपनियों को कैश बैक की सुविधा दे रहे हैं, कैट देश भर में व्यापारियों से आव्हान करेगा की इन बैंकों से अपने अकाउंट आदि हटाकर उन बैंकों के साथ अकाउंट रखे जो व्यापारियों की मदद करते हैं !
 
उन्होंने बताया की ब्रांड कंपनियों और बैंकों की भूमिका को कैट कॉम्पिटिशन कमिशन ऑफ़ इंडिया के संज्ञान में लाएगा और मांग करेगा की आयोग की जांच के दायरे में इनको भी शामिल किया जाए क्योंकि ई कॉमर्स और रिटेल व्यापार में अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाने में यह भी बराबर के दोषी है और कम्पटीशन कानून के मुताबिक आयोग को इनके खिलाफ भी कार्यवाही करने का अधिकार है ! यही नहीं ब्रांड एवं बैंकों की भूमिका को लेकर कैट केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री पियूष गोयल एवं वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीथारमन से मिलेगा और वास्तविकता की जानकारी देकर इनके खिलाफ भी कार्यवाही की मांग करेगा वहीँ बैंकों के विषय को लेकर कैट रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांता दास से भी मिलेगा !