विधि विभाग में विधिक शोध, लेखन और ड्राफ्टिंग कौशल पर राष्ट्रीय कार्यशाला

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के विधि विभाग में करियर परामर्श एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के सहयोग से- विधिक शोध, लेखन एवं ड्राफ्टिंग कौशल का संवर्धन : विधि व्यवसाय में सफलता की कुंजी विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
बतौर मुख्य वक्ता, प्रो. शशिकला गुरपुर, डीन एवं निदेशक, सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि विधिक शोध और ड्राफ्टिंग कौशल किसी भी विधिक पेशेवर की प्रगति की आधारशिला हैं। उन्होंने युवाओं से इन कौशलों में महारत हासिल करने का आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विवि, नई दिल्ली की पूर्व डीन, विधि संकाय, प्रो. नुज़हत परवीन खान ने विधिक लेखन में नवाचार और स्पष्टता की बढ़ती आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह गुण एक अच्छे विधिवेत्ता की पहचान है।
विधि विभागाध्यक्ष एवं डीन, प्रो. जितेंद्र सिंह ढुल ने स्वागत संबोधन किया। सीसीपीसी संयोजिका प्रो. अनसूया यादव ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और आभार व्यक्त किया।