दोआबा कॉलेज में भारतीय सभ्याचार, मानवीय मूल्यों व वातावरण पर राष्ट्रीय संगोष्टी आयोजित

दोआबा कॉलेज में भारतीय सभ्याचार, मानवीय मूल्यों व वातावरण पर राष्ट्रीय संगोष्टी आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्टी में श्री चन्द्र मोहन, संत बलबीर सिंह सीचेवाल, प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल व अन्य। 

जालन्धर, 2 मई, 2022: दोआबा कॉलेज के विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों के प्रसार के लिए विशेष रूप से गठित की गई दिशा कमेटी द्वारा भारतीय सभ्याचार मानवीय मूल्यों व वातावरण पर राष्ट्रीय संगोष्टी का आयोजन किया जिसमें पदम श्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल बतौर मुख्य मेहमान, श्री चन्द्र मोहन- प्रधान, कॉलेज मैनेजिंग कमेटी व आर्य शिक्षा मण्डल बतौर समारोह अध्यक्ष, डा. रेनू भाद्ववाज- डायैरेक्टर रिसर्च, जीएनडीयू, अमृतसर बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल-संयोजक दिशा, प्रो. सुखविंदर सिंह, प्रो. सुरेश मागो, प्रो. राजीव आनंद, प्रो. अरविंद नंदा, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया। 

श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि आज के देश में मौजूद महानगरों का प्रदूषण की वजह से बहुत बुरा हाल है और हमें इन प्रदूषण से भरे महानगरों में रह रहे लोगों को वातावरण के प्रति जागरूक करना अति आवश्यक है। 

प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने ऋगवेद में से श्लोक का उचारण करते हुए कहा कि वैदिक संस्कृत में पृथ्वी को मां का दर्जा दिया गया है और हमारा कत्र्वय है कि हम पृथ्व ी के नदी, नालों, मिट्टी, पानी, और हवा को स्वच्छ रखकर अपनी जिम्मेवारी को निभाएं। डा. रेणू भाद्ववाज ने कहा कि नई शिक्षा नीति पर मंथन करते समय हमें चाहिए कि हम विद्यार्थियों को इसके प्रति संवेदनशील एवं जागरूक बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जीएनडीयू अमृतसर ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए रैन वॉटर हारवेस्टिंग, वॉटर रियू•ा, एवं वॉटर टरीटमेंट टैकनॉलजी का इस्तेमाल करके दूसरे शिक्षण संस्थानों के  प्रेरणा का स्तोत्र बन गया है। 

संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि हम सब को वातावरण के प्रति अपनी जिम्मेवारियों को समझते हुए वातावरण की बेहतरी के लिए आम जनमानस की भागीदारी को यकीनी बनाते हुए इसे साफ रखने का भरकस प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने काली बंईं को प्रदूषण से मुक्त करवाने के लिए काफी मश्कत करनी पड़ी तथा उन्होंने अपने साथ आम लोगों को यह कह कर जोड़ा कि मानव जीवन में कुदरत के पाँच तत्वों- धरती, पानी, वायू, अगिन व अन्तरिक्ष बहुत महत्व रखते हैं जिनका सभी को ख्याल रखना चाहिए ताकि कुदरत अपनी मूल रूप में सृदढ़ रह सके। इस मौके पर हॉक राईडरस जालन्धर के प्रधान रोहित शर्मा, पैरासाईक्लिट अर्जुन, द बाईक मास्टरस के प्रधान जसविंदर सिंह बावा का भी  दोआबा कॉलेज के डीसीजे बाईकर•ा क्लब का साथ देने के लिए विशेष तौर पे सम्मान किया गया । कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी एवं पंजाबी ट्रिब्यून के पत्रकार पाल सिंह नोली का भी विशेष सम्मान किया गया। 

श्री चन्द्र मोहन, प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी व डा. ओमिंदर जोहल ने आए हुए सभी विशेष मेहमानों को सम्मान चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। 
प्रो. प्रिया चोपड़ा, प्रो. नेहा गुप्ता व डा. शिविका दता ने मंच संचालन बखूबी किया।