मोदी सरकार ने चावल की निर्यात सीमा 950 डालर प्रति टन करके किसान एवं उद्योगपतियों को दिया दशहरा उपहार : तरुण चुग

मोदी सरकार ने चावल की निर्यात सीमा 950 डालर प्रति टन करके किसान एवं उद्योगपतियों को दिया दशहरा उपहार : तरुण चुग

चंडीगढ़ : 24 अक्तूबर, 2023: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने केन्द्र की मोदी सरकार के बासमती चावल निर्यात सीमा 950 डॉलर प्रति टन करने के फैसले का स्वागत किया मोदी सरकार का धन्यवाद करते हुए मीडिया में बयान में कहा कि प्रधान मंत्री मोदी जी को प्रत्येक वर्ग की चिंता है ,किसान, आढती, उद्योगपति एवं निर्यातक सभी को  इस फैसले से भारी राहत मिलेगी  चावल निर्यात के इस मुद्दे पर सरकार का कदम सराहनीय है | इससे चावल निर्यातकों को बड़ी राहत मिली है और इससे किसानों को भी लाभ मिलेगा |और चावल निर्यात में भारत पाकिस्तान को पछाड़कर आगे बढेगा |

कल देश के खाध्य एवं वितरण मंत्री श्री पियूष गोयल जी के साथ देश के सभी चावल निर्यातक एवं सेलर एसोसिएशन के वरिष्ठ प्रतिनिधि वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ के नेतृत्व में शिष्टमंडल के रूप में मिले एवं अपना निर्यात का विषय काफी गंभीरता से रखा |और समस्या से अवगत करवाया |

चुग ने कहा केंद्र सरकार ने बासमती चावल निर्यात की सीमा 1200 डालर प्रति टन से घटाकर 950 डॉलर प्रति टन कर दिया है। यह चावल निर्यातकों के लिए यह एक बड़ी राहत है | पिछले कुछ समय से हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित देश के सभी बासमती उत्पादक राज्यों से बासमती व उस श्रेणी के चावल का ठहरा निर्यात फिर से शुरू हो जाएगा। जिसका फायदा किसानों , व्यापारियों और उद्योगपतियों को भी मिलेगा।

चुग ने बताया किकेंद्र सरकार ने भारत से करीब 160 देशों को निर्यात होने वाले बासमती व उस श्रेणी के चावल के निर्यात की सीमा निर्धारित कर दी थी, जो कि 1200 डॉलर प्रति मीट्रिक टन थी। जबकि चावल निर्यातकों का कहना है कि भारत से जो बासमती चावल निर्यात होता है, वह औसतन 850 से 900 डालर प्रति टन का होता है। यही कारण है कि इस सीमा के निर्धारित होने के बाद निर्यातकों को बड़ा झटका लगा था। निर्यात भी लगभग बंद हो गया था। निर्यातकों ने केंद्र सरकार से इसे कम करने की गुहार लगाई थी, इसके बाद 15 अक्तूबर से हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित सारे भारत के बासमती उत्पादन सात राज्यों के निर्यातक हड़ताल पर चले गए और बासमती व उस श्रेणी के 1509, 1121, पूसा -1 आदि किस्मों के धान की खरीद बंद कर दी।जिससे किसान भी सकते में आ गए थे |

 चुग ने बताया कि पिछले 15 दिन में उन्होंने पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ एवं चावल निर्यातक संघ के साथ इस मुद्दे पर केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल जी से कई बार बात की और बैठक भी की और  चावल निर्यातकों की परेशानियों से अवगत करवाया | इस दौरान केंद्रीय वाणिज्य मंत्री, केंद्रीय अधिकारियों से वार्ताओं का दौर चला।

अंतत भारत सरकार ने बासमती चावल निर्यातकों को राहत दी है। जो निर्यात सीमा 1200 डालर प्रति टन थी, अब उसे 950 यूएसडीएस कर दिया गया हैइससे किसानों को तो लाभ होगा ही, अन्य हितधारकों की निर्यात प्राप्ति में भी सुधार होगा।

इस अवसर पर हरियाणा से चावल निर्यातक एसोसिएशन के प्रतिनिधि नाथी राम गुप्ता एवं पंकज गोयल , पंजाब के चावल निर्यातक एसोसिएशन रमणीक सिंह , अश्वनी अरोडा तथा सतीश गोयल, देवेंदर सिंगला, मनीष बंसल , अरविंदर पाल सिंह , सुशील जैन , आलोक बिसारिया सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे |