वादे व गारंटी नहीं, जुमलेबाजी करते मोदी-भाजपाः कुमारी सैलजा

कालांवाली विधानसभा क्षेत्र में किया जनसंपर्क।

वादे व गारंटी नहीं, जुमलेबाजी करते मोदी-भाजपाः कुमारी सैलजा

कालांवाली, गिरीश सैनी। सिरसा लोकसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन की कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने कहा कि चुनाव के समय मोदी व भाजपा जनता से कोई भी वादा करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। इनकी गारंटी भी खोखली हैं। इन्हें सिर्फ झूठ व जुमलेबाजी करना आता है। झूठ के दम पर ही ये सत्ता हथियाते हैं और फिर अपने मित्रों की तिजोरी को भरने का काम करते हैं। आजाद भारत में जुमला शब्द के आविष्कार का श्रेय भी भाजपाइयों को ही जाता है।

शनिवार को अपने प्रचार अभियान के तहत उन्होंने कालांवाली विधानसभा के गांवों व शहर में जनसभाओं को संबोधित किया। क्षेत्र के खैरेकां, भंगू, बड़ागुढ़ा, बिरूवाला गुढ़ा, झोरड़रोही, झिड़ी, बप्पां, नागोकी, अलिकां, भीवा, मलड़ी, रोड़ी, फग्गू, कुरंगावाली, सुखचैन, लकड़ांवाली, ख्योंवाली, गदराना आदि गांवों में लोगों ने कुमारी सैलजा व अन्य कांग्रेस नेताओं का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी ने चुनाव के समय कहा था, सभी की जेब में 15 लाख रुपये आएंगे। लोगों ने भाग-भाग कर खाते खुलवाए, लेकिन कुछ नहीं आया। हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की बात कही, जो आज तक पूरी नहीं हुई। जबकि, इनके गृह मंत्री ने इन दोनों ही घोषणाओं को जुमला करार दिया। देश की 70 साल की राजनीति में जुमला शब्द नहीं था, ये सत्ता में आए तो जुमला शब्द लेकर आ गए।

कुमारी सैलजा ने कहा कि सांसद राहुल गांधी व राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे संसद में आवाज उठाते हैं, भाजपा व नरेंद्र मोदी से हिसाब मांगते हैं तो उनके माइक बंद कर दिए जाते हैं। राहुल गांधी के साथ साजिश रचते हुए उनकी सदस्यता ही भंग करा दी गई। कांग्रेस ने कभी झूठ के सहारे सरकार नहीं बनाई, जबकि भाजपा चुनाव के समय झूठ और जुमलों के बल पर जनता को गुमराह कर सरकार बनाती है। कुमारी सैलजा ने कहा कि पात्र होने के बावजूद बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिलती, बहनों-महिलाओं पर महंगाई की मार है, इन्हें न्याय मिलना चाहिए। नौजवान बेरोजगारी के जंजाल में फंसा है, मीडिया के साथियों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है। अपने अधिकार के लिए प्रदर्शन करने वाले सरपंचों को लहूलुहान कर दिया जाता है। वादा दिलाने के लिए कर्मचारी आवाज उठाते हैं, तो लाठियों की बौछार की जाती है। किसान के धोखा किया।

कुमारी सैलजा ने मोदी-भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, ये बोले कि एमएसीपी का कानून बनेगा, लेकिन आज वो कमेटी कहां है, किसी को कुछ नहीं पता। गरीब श्रमिक, मजदूर दिन-रात मेहनत करते हैं, उनकी सुध कोई नहीं लेता, सरकार इनकी ओर देखती तक नहीं। गांव, शहर में गरीबों को मकान चाहिए, लेकिन दिया नहीं जाता। इनका जीवन बदहाल हो चुका है। इन सभी को न्याय चाहिए और यह न्याय कांग्रेस ही दे सकती है। कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी लगातार कांग्रेस के घोषणापत्र और उसमें मौजूद 5 न्याय व 25 गारंटी की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के तमाम बड़े नेता लोगों के बीच लोकतंत्र को मजबूत करने व संविधान को बचाने की बात कर रहे हैं, लेकिन सिर्फ भाजपा के नेता बड़ा बहुमत हासिल करके बाबा साहेब के संविधान को बदलने की बात करते हैं। प्रधानमंत्री एक बार भी बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई, संविधान, लोकतंत्र पर बात नहीं करते। इस दौरान विधायक शीशपाल केहरवाला, पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, डॉ सुशील कुमार इंदौरा, सहित इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व समर्थक भी मौजूद रहे।

कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने कहा कि भगवान राम के नाम पर आरएसएस और भाजपा सर्टिफिकेट बांट रहे हैं, जबकि राम सभी के हैं। इन्हें पता होना चाहिए कि राम तो सभी के दिल में हैं। सुबह उठते हैं तो राम-राम, जय रामजी से दिन की शुरुआत होती है। जब राजनीतिक पार्टियां नहीं थी, तब भी भगवान राम थे। जब हम-आप कोई नहीं रहेंगे, राम तब भी होंगे। भगवान राम के नाम पर बीजेपी-आरएसएस के किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। असल मुद्दों बेरोजगारी व महंगाई पर बात करने की इनमें से किसी की हिम्मत नहीं है।

उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि आपका और मेरा पीढ़ियों का रिश्ता है। ये रिश्ते एक दिन में नहीं बन सकते। इनको बनाने और निभाने में बहुत समय लगता है। आज जहां भी पहुंची हूं, उसकी नींव सिरसा के लोगों ने रखी। आपकी बदौलत ही आज यह मुकाम हासिल किया है। मेरी ताकत आप हैं, आपका और मेरा रिश्ता ही हमारी असल ताकत हैं। आप में से कितने ही ऐसे लोग हैं, जो तीन-चार पीढ़ियों से हमारे परिवार के साथ हैं। पहले चौ दलबीर सिंह का साथ दिया और फिर मुझे आगे बढ़ाया। कुमारी सैलजा ने कहा कि मेरे लिए पार्टी सर्वोपरि है। पार्टी ने जब-जब जो भी आदेश दिया, सिर झुका कर उसकी पालना की। सदैव पार्टी हित के लिए काम किया।