गली-मोहल्लों से चाइनीज डोर उठाने के लिए विधायक पिंकी ने चलाया सफाई अभियान

500 मुलाजिमों और वालंटियर्स ने कलेक्ट की डोर

गली-मोहल्लों से चाइनीज डोर उठाने के लिए विधायक पिंकी ने चलाया सफाई अभियान

फिरोजपुर: बसंत पंचमी के बाद शुक्रवार को गलियों-मोहल्लों में बिखरी पड़ी चाइनीज डोर को इकट्ठा करके नष्ट करने के लिए शुक्रवार को विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने विशेष अभियान चलाया। फिरोजपुर कैंट और सिटी में लगभग 500 मुलाजिमों और वालंटियर्स की टीम ने दिनभर सफाई की। गली-मोहल्लों में सड़क पर बिखरी हुई चाइनीज डोर को हाथ से इकट्ठा किया और इसे बैग्स में भरा। विधायक परमिंदर सिंह पिंकी और उनकी पत्नी इंद्रजीत कौर खुद सफाई अभियान में शामिल हुए और चाइनीज डोर इकट्ठा की।

विस्तृत जानकारी देते हुए विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने बताया कि लोगों की जानमाल की सुरक्षा करना हमारा सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर की बसंत पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और वीरवार को बसंत उत्सव के बाद यहां जगह-जगह सड़कों पर डोर बिखरी हुई है। इस डोर में फंसने की वजह से कई बार सड़क हादसे होते हैं और लोगों को काफी चोटें आती हैं। इसके अलावा पशु-पक्षियों को भी इसकी वजह से नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर बिखरी हुई डोर को इकट्ठा करने और इसे नष्ट करने के लिए यह सफाई अभियान शुरू किया गया है। सुबह 7 बजे से शुरू हुए इस अभियान में कैंट बोर्ड व नगर काउंसिल के 500 के करीब मुलाजिमों व वालंटियर्स ने हिस्सा लिया है। बड़ी तादाद में डोर खासकर चाइनीज डोर इकट्ठा की गई है, जिसे शाम को एक साथ नष्ट किया जाएगा। सफाई अभियान की शुरूआत आजाद चौक, रामबाग, मेन बाजार, गवाल ढोली, लाल कुर्ती, वजीरवाली बिल्डिंग, दिल्ली गेट, मजीनी गेट, जीरा गेट, बगदादी गेट और नमक मंडी से शुरू हुई। इसके बाद फिरोजपुर कैंट और शहर के लगभग सभी इलाकों में अभियान शुरू किया गया।

सफाई सेवा में शामिल राधे-राधे वैल्फेयर सोसाइटी के प्रधान चंद्रमोहन हांडा ने बताया कि पहली बार किसी विधायक की तरफ से लोगों की समस्या को समझते हुए इतना बड़ा अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा कि त्यौहार के बाद सड़कों और गलियों में डोर लटकती रहती है, जिसमें फंसकर लोग गिरते रहते हैं। मगर पहली बार लोगों को राहत दिलाने के लिए इस तरह की मुहिम चलाई गई है। उन्होंने कहा कि विधायक पिंकी पहले भी इस तरह के प्रयास करते रहे हैं, जिसके तहत वह दिव्यांगों, अनाथ बच्चों के लिए खास तौर पर कैंप लगा चुके हैं।