एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विषय केन्द्रित कार्यशालाओं का आयोजन करेगा एमडीयू
कुलपति ने दिए विद्यार्थियों को नियमित शैक्षणिक मार्गदर्शन देने के निर्देश।
रोहतक, गिरीश सैनी। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एमडीयू विषय केन्द्रित कार्यशालाओं का आयोजन करेगा। इन कार्यशालाओं के जरिए शैक्षणिक विभागों तथा संबद्ध महाविद्यालयों के प्राध्यापकों का क्षमता-संवर्धन का रास्ता प्रशस्त होगा।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित विवि शैक्षणिक विभागों के अध्यक्षों की बैठक में एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मंथन किया गया। कुलपति ने कहा कि एनईपी 2020 के तहत सृजित सिलेबस बारे जागरूकता लाने तथा विभागों एवं महाविद्यालयों के प्राध्यापकों को एनईपी 2020 बारे ओरिएंट करने के दृष्टिकोण से इन कार्यशालाओं काआयोजन किया जाएगा। इस संबंध में आईक्यूएसी, सेंटर फॉर करिकुलम डिजाइन एंड डेवलपमेंट तथा फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर प्राध्यापकों के क्षमता संवर्धन के लिए कार्य करेंगें।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार के लिए तथा एनईपी 2020 के दिशा-निर्देशों अनुरूप मल्टीडिसीप्लिनरी, स्किल एनहांसमेंट तथा एबिलिटी इनहैंसमेंट कोर्सेज का मूल्यांकन ’फार्मेटिव एसेसमेंट’ (रचनात्मक मूल्यांकन) से किया जाएगा। यह ‘फार्मेटिव एसेसमेंट’ (रचनात्मक मूल्यांकन) अगले सत्र से लागू होगा। कुलपति ने कहा कि रचनात्मक मूल्यांकन से विद्यार्थियों का सतत मूल्यांकन होगा तथा उनको परीक्षा संबंधित तनाव से नहीं गुजरना पड़ेगा। पीएचडी अध्यादेश को और बेहतर बनाने के लिए विभागाध्यक्षों से सुझाव इस बैठक में मांगे गए। इसी कड़ी में यूआरएस के लिए भी सुझाव मांगे गए। सेंटर फॉर डिस्टेंस एजुकेशन एंड ऑनलाइन एजुकेशन के तत्वावधान में नए डिग्री, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम प्रारंभ करने बारे भी विभागाध्यक्षों से आग्रह किया गया। कुलपति ने बैठक में विभागों में नियमित कक्षाएं लगाने तथा विद्यार्थियों को नियमित शैक्षणिक मार्गदर्शन देने के स्पष्ट निर्देश दिए।
बैठक में डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए. एस. मान ने एनईपी 2020 के महत्वपूर्ण पहलुओं बारे जानकारी दी। निदेशक, सेंटर फॉर करिकुलम डिजाईन एंड डेवलपमेंट प्रो. ए. के. राजन ने फार्मेटिव एसेसमेंट बारे विस्तार पूर्वक बताया। परीक्षा नियंत्रक प्रो. गुलशन लाल तनेजा, निदेशक सीडीओई प्रो. नसीब सिंह गिल सहित कई विभागाध्यक्षों ने बैठक में महत्वपूर्ण इनपुट्स दिए। निदेशक आईक्यूएसी प्रो. बी. नरसिम्हन ने बैठक में एजेंडा रखा।
Girish Saini 

