एमडीयूः शिक्षकों को व्यक्तिगत और पेशेवर विकास पर फोकस करने के लिए प्रेरित किया कुलपति ने
रोहतक, गिरीश सैनी। आधुनिक शिक्षा में इनोवेटिव टीचिंग और कंटीन्यूअस प्रोफेशनल डेवलपमेंट एप्रोच की जरूरत है। इससे न केवल शिक्षक की व्यक्तिगत क्षमता बढ़ती है, बल्कि समग्र शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। ये उद्गार एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने एफडीसी-एमएमटीटीसी द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम में व्यक्त किए।
ब्रह्म कुमारीज के सहयोग से- द आर्ट ऑफ टीचिंग: ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन इन वाउव एक्सपिरिएंस विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि बेहतर शिक्षण कार्य के लिए शिक्षकों को नवीनतम शिक्षा रुझानों से अवगत रहना होगा। उन्होंने प्रभावी शिक्षण के लिए शिक्षा में प्रौद्योगिकी के समावेश की बात पर बल देने की बात कही। साथ ही शिक्षकों को व्यक्तिगत और पेशेवर विकास पर फोकस करने के लिए कुलपति ने प्रेरित किया।
स्कोडा इंडिया प्रा. लि. के हेड ऑफ ट्रेनिंग एकेडमी डा. मुकुल ने बतौर मुख्य वक्ता अपने प्रभावी संबोधन में कहा कि उत्कृष्ट शिक्षण कार्य के लिए शिक्षक नवीनतम शिक्षण विधियां अपनाएं। उन्होंने प्रभावी शिक्षण कार्य के अहम टिप्स शिक्षकों के साथ साझा किए।
एफडीसी-एमएमटीटीसी निदेशक प्रो. संदीप मलिक ने आभार प्रदर्शन किया। उप निदेशिका डा. माधुरी हुड्डा ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। इस दौरान डीन, आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा, निदेशक सीडीओई एवं डीएलसी प्रो. नसीब सिंह गिल, ब्रह्माकुमारी सदस्य सहित विभिन्न संकायों के प्राध्यापक मौजूद रहे।
Girish Saini 


