बाल कल्याण और मानसिक-आध्यात्मिक विकास को लेकर एमडीयू ने किए दो एमओयू
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू में दो महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। पहला एमओयू एमडीयू और राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन (आरईआरएफ), शिक्षा विंग, माउंट आबू (राजस्थान) तथा दूसरा एमओयू एमडीयू और जिला बाल कल्याण परिषद, रोहतक के बीच हुआ।
डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस.सी. मलिक की मौजूदगी में विवि की ओर से कुलसचिव डा. कृष्णकांत ने, राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन की ओर से बीके पांडियामनी तथा जिला बाल कल्याण कार्यालय की ओर से जिला बाल कल्याण अधिकारी सोमदत्त ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी एवं संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य विवि परिसर में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों, विशेषकर कामकाजी माता-पिता के बच्चों के लिए एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं पेशेवर रूप से संचालित डे-केयर सेंटर (क्रेच) की सुविधा उपलब्ध कराना है। जिला बाल कल्याण परिषद, जो महिला एवं बाल विकास विभाग, हरियाणा के अधीन कार्यरत है, अपने प्रशिक्षित कर्मियों, विशेषज्ञता और अनुभव के माध्यम से राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इस डे-केयर सेंटर का संचालन करेगी।
इसके साथ ही, राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन, माउंट आबू के सहयोग से विवि परिसर में विद्यार्थियों, युवाओं तथा कर्मचारियों के मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए राजयोग, तनाव प्रबंधन, सकारात्मक जीवन मूल्यों और व्यक्तित्व विकास से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे तथा थॉट्स लैब की स्थापना की जाएगी।
डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस.सी. मलिक ने कहा कि ये एमओयू विवि के शैक्षणिक वातावरण को और अधिक संवेदनशील व सहयोगात्मक बनाएगा। कुलसचिव डा. कृष्णकांत ने कहा कि विवि अपने विद्यार्थियों और कर्मचारियों के सर्वांगीण कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
इस दौरान निदेशक आईक्यूएसी प्रो. बी. नरसिम्हन, डीन, इंटरडिसिप्लिनरी स्टडीज प्रो. राजीव कुमार, निदेशक जनसंपर्क प्रो. आशीष दहिया, जेनेटिक्स विभागाध्यक्ष प्रो. संतोष तिवारी, मनोविज्ञान विभागाध्यक्षा प्रो. अंजलि मलिक, प्रोफेसर इंचार्ज डे केयर प्रो. दीप्ति हुड्डा सहित अन्य मौजूद रहे।
Girish Saini 


