शैक्षणिक गुणवत्ता और कौशल विकास पर एमडीयू में मंथन
सर्वांगीण विकास, नियमित कक्षाओं और स्किल-बेस्ड शिक्षा पर विशेष जोर।

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित एक विशेष बैठक में सभी डीन, डायरेक्टर्स और विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य विवि में शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाना, विद्यार्थियों के कौशल संवर्धन को प्राथमिकता देना और संस्थागत गतिविधियों को प्रभावी रूप से लागू करना था।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि क्लासरूम टीचिंग और लर्निंग प्रोसेस को गंभीरता से लिया जाए और नियमित कक्षाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना विवि की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कुलपति ने विभागों में क्लब गतिविधियों को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों की क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने तथा पं. दीनदयाल उपाध्याय स्किल बेस्ड स्टूडेंट सेंट्रिक स्कीम के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप के अवसर सुनिश्चित करने, कम्युनिटी इंगेजमेंट को बढ़ावा देने और कौशल विकास को संस्थागत एजेंडा का हिस्सा बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि विभागों को मिलने वाले फंड का समुचित और समयबद्ध उपयोग किया जाए ताकि संसाधनों का अधिकतम लाभ विद्यार्थियों और शिक्षकों को मिल सके। बैठक में डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. सी. मलिक, कुलपति के सलाहकार प्रो. ए. के. राजन तथा प्रो. गुलशन लाल तनेजा, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. बी. नरसिम्हन सहित सभी डीन, डायरेक्टर्स और विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।