लुधियाना के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित बालमीक तिवारी हिमाचल में 'ज्योतिष रत्न' से सम्मानित

ज्योतिष देश की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का अभिन्न अंग है- भाजपा सांसद किशन कपूर लुधियाना।

लुधियाना के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित बालमीक तिवारी हिमाचल में 'ज्योतिष रत्न' से सम्मानित
ज्योतिषाचार्य पंडित बालमीक तिवारी को सम्मानित करते हुए सांसद किशन कपूर ।

लुधियाना: न्यू मॉडल टाउन मंडी मुल्लापुर निवासी पंजाब के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित बालमीक तिवारी शास्त्री को हिमाचल प्रदेश में 'ज्योतिष रत्न अवार्ड' से सम्मानित किया है। धर्मशाला में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कांगड़ा भाजपा सांसद किशन कपूर ने पंडित बालमीक को यह सम्मान दिया। 'सर्वोत्तम जीवन भविष्यवाणी' की श्रेणी में उन्हें यह सम्मान ज्योतिष वास्तु में उल्लेखनीय और उत्कृष्ट लेखन कार्य करने व महत्वपूर्ण भविष्यवाणियों के लिए दिया गया।

इस अवसर पर भाजपा सांसद किशन कपूर ने कहा कि ज्योतिष देश की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का अभिन्न अंग है। इस विरासत को जीवित रखने के लिए वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर इसे सुदृढ़ करना होगा। इसके लिए सतत शोध की जरूरत है। इससे लोगों की जिज्ञासाओं को दूर किया जा सकता है।

ज्योतिषाचार्य पंडित बालमीक तिवारी ने सांसद किशन कपूर का धन्यवाद करते हुए कहा कि ज्योतिष शास्त्र गीता की तरह ब्रह्मांड को समझने का एक रोड मैप है, जिसमें भौतिक अ-भौतिक, दृश्य-अदृश्य, ज्ञात-अज्ञात जैसे तत्व समाए हुए हैं। हमें विद्या कला और ज्ञान को तकनीक के साथ मिलाकर आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। जो ब्रह्मांड में है वही हमारे भीतर है।

इस दौरान विवाह व विवाह विच्छेद विषयक टॉक शो में ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि बालमीक तिवारी ने विवाह संबंधों में होने वाली देरी तथा तलाक के ऊपर अपना ज्योतिष विश्लेषण प्रस्तुत किया और जरूरी उपाय भी लोगों को समझाए। उन्होंने कहा कि ज्योतिष अंधविश्वास नहीं है। इसका विज्ञान से गहरा नाता है। ज्योतिष शास्त्र एक ऐसा नेत्र है जो कि भूत, भविष्य और वर्तमान तीनों कालों में देखा जा सकता है। उन्होंने ज्योतिष विद्या की तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मैप ऑफ वर्ल्ड से जोड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि आधुनिक विज्ञान के साथ हमें इंडियन नॉलेज सिस्टम को भी समझना होगा।