मिशन फतेह पूरी तरह फेल: पुष्पेन्दर सिंगल

कहा, मंत्री,अधिकारी फेल - लोग जाए तो जाएं कहाँ 

मिशन फतेह पूरी तरह फेल: पुष्पेन्दर सिंगल
भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रधान पुष्पेन्दर सिंगल।  

लुधियाना: भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रधान पुष्पेन्दर सिंगल ने सरकार और लुधियाना जिला प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी से निपटने के की तरीकों पर गहरी नाराजगी और असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार मिशन फतेह का राग अलाप रही है और लुधियाना जैसे शहर में हस्पताल में कोविड पीड़ित की बेड न मिलने से मौत हो जाती है। मुख्य सचिव विनी महाजन ने चंडीगढ़ में बैठकर लम्बा चौड़ा बयान जारी कर कह दिया के लुधियाना में कोविड मरीजों के लिए 1850 बेड उपलब्ध है। अगर ये सच है तो फिर कल प्राइवेट हस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से कैसे मना कर दिया और क्यों उसकी सिविल हस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गयी।  यह कैसा सरकारी तंत्र है जिसमें जिम्मेवार सरकारी अधिकारियों/अफसरों/सांसदों/विधायकों के कानों तक जू तक नहीं रेंगती और वे बढ़चढ़ कर बयान देकर शहरवासियों को संकट की घड़ी में मूर्ख बनाने में लगे हैं।  बदइंतज़ामी की हद और क्या होगी जब रोज इस बीमारी के सैंकड़ो मरीज आ रहें हैं और इतनी घनी आबादी वाले शहर के सिविल हस्पताल में वेंटीलेटर न के बराबर है और सबसे बड़े प्राइवेट हस्पताल में सैंकड़ो बेड उपलब्ध होने के बावजूद मात्र 30-40 बेड कोविड मरीजों के लिए रखे गए हैं।  
पुष्पिंदर सिंगल ने कहा कि किसी कोविड मरीज़ की मौत होने पर लाश का संस्कार करने में 2 - 3 दिन का इंतज़ार करना पड़ रहा है और इसका कारण ये है कि हस्पतालों में पड़ी लाशों की गिनती ज्यादा है। प्रशासन द्वारा संस्कार का काम भी वालंटियर और गैर-सरकारी संस्थाओं के हवाले करके अपना पल्ला झाड़ लिया गया है।  प्रशासन द्वारा सही आंकड़ो को लोगों से छुपाये जा रहें है। किसी व्यक्ति के कोविड संक्रमित होने पर विभाग द्वारा उसे रोज़ गार्डन नजदीक स्थित स्कूल में कागजी कार्यवाही के लिए बुलाया जाता है। संक्रमित व्यक्ति अपने घर से वहाँ तक कई चक्कर लगाता है जो अन्य शहरवासियों के लिए घातक है। विभाग के पास कोई व्यवस्था नहीं के मरीज के घर जाकर इस कार्य को पूरा किया जा रहा है। शहर से संबंधित मंत्री के पास बुढा नाला, ओवरब्रिज का दौरा करने को तो समय है पर सिविल हस्पताल जाकर वेंटीलेटर चेक करने का समय नहीं है। 
पुष्पेन्दर सिंगल ने कहा कि उन्होंने जिलाधीश और सिविल सर्जन से इन नाकामियों पर बात करने और जवाब मांगने की कोशिश की है पर अधिकारी हर बार बैठक में होने का बहाना बनाकर जवाब देने से बच रहें है लेकिन उनकी इन बैठकों का शहर पर कोई सकारात्मक प्रभाव दिख नहीं रहा। 
पुष्पेन्दर सिंगल ने कहा कि  सरकार को चाहिए कि शनिवार और रविवार को कर्फ्यू लगाया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शासन/प्रशासन ने अपने काम के तरीकों में सुधार न किया तो शहर की जनता और भाजपा के पास सड़कों पर आने के इलावा कोई चारा नहीं बचेगा।