समाचार विश्लेषण/दिल हिला देने वाली घटनाएं 

इन दिनों दो ऐसी घटनायें समाचारपत्रों में हेडलाइंस बन रही हैं जो दिल दहलाने वाली हैं । पहली घटना मुस्लिम समुदाय के दो युवकों की है जो मूलतः राजस्थान के थे जिन्हें उनकी बोलेरो गाड़ी सहित हरियाणा में क्रूर ढंग से जला कर स्वाहा कर दिया गया । इनके कंकाल ही शेष रहे ! इसके पीछे की या आगे की चर्चा यह है कि मामला गौरक्षा से जुड़ा है ।

समाचार विश्लेषण/दिल हिला देने वाली घटनाएं 
कमलेश भारतीय।

-*कमलेश भारतीय 
इन दिनों दो ऐसी घटनायें समाचारपत्रों में हेडलाइंस बन रही हैं जो दिल दहलाने वाली हैं । पहली घटना मुस्लिम समुदाय के दो युवकों की है जो मूलतः राजस्थान के थे जिन्हें उनकी बोलेरो गाड़ी सहित हरियाणा में क्रूर ढंग से जला कर स्वाहा कर दिया गया । इनके कंकाल ही शेष रहे ! इसके पीछे की या आगे की चर्चा यह है कि मामला गौरक्षा से जुड़ा है । वैसे कितनी कत्लगाह ऐसी है जहां गौरवंश भेजा जाता है लेकिन क्रूरता देछिये कि इन दोनों को भी जैसे  जिंदा जला दिया गया , वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है । माकपा के हरियाणा के नेता इंद्रजीत सिंह ने एक वीडियो जारी कर अपनी विरोध की आवाज दर्ज करवाई है । इसमें उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगाये हैं और बढ़ती जा रही कट्टरता , साम्प्रदायिकता और धर्मान्धता को भी रेखांकित किया है । इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति नहीं होनी चाहिए । यह सभ्य समाज के लिए शोभा की बात नहीं ! 
दूसरी घटना भी इतनी ही हृदयविदारक है । श्रद्धा कांड की पुनरावृति ! वही फ्रिज , वही लाश को फ्रिज में ठूंसने की कहानी और दूसरी शादी के एक दिन पहले ! यह कितनी घिनौनी सोच ! एक का जीवन लेकर दूसरा नया जीवन कैसे जी सकते हो ? निक्की का कसूर क्या था ? उसने प्रेम किया था ? निक्की के पिता की सलाह बहुत सही है कि यदि आप घर से अलग दूसरे शहरों मे करियर बनाने गयी हैं लडकियां तो अपने अभिभावकों से कुछ भी छिपाना नहीं चाहिए ! मैं तो कार गैराज में काम कर निक्की को पैसे दे रहा था ताकि वह प्रोफेसर बनने का सपना पूरा कर सके लेकिन वह क्या कर रही है , यह उसके साथ दिल्ली में रह रही छोटी बहन को भी पता नहीं चलने दिया ! इससे बड़ा हादसा हुआ उसके साथ ! किसी को भी राजदार न बनाया ! जिस साहिल को सब कुछ माना उसी ने जिंदगी ले ली ! कितनी क्रूरता से , निर्ममता से कि बयान किया जा सकता ! पर करने वाले ने सब करके अपनी व नवविवाहिता की जिंदगी भी बर्बाद कर दी ! 
कहीं हमारे संस्कार , पालन पोषण या आदर्श की कमी है जो समाज में ऐसी दिल दहलाने वाली घटनायें हो रही हैं ! 
ऐसी दरिंदगी देखी नहीं ! 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।