फ़िल्म जगत से जुड़ने वालों को काफ़ी कुछ सिखाता है लेट्स टॉक

फ़िल्म जगत से जुड़ने वालों को काफ़ी कुछ सिखाता है लेट्स टॉक

डॉ तबस्सुम जहां।

बॉलीवुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अपने ऑफलाइन आयोजनों से साल भर तो धूम मचाता ही है इसके अलावा साल भर अपने लेट्स टॉक कार्यक्रम के लिए चर्चा में रहता है। लेट्स टॉक कार्यक्रम एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें ऑनलाइन इंटरव्यू के माध्यम से बॉलीवुड के बहुत ही सुप्रसिद्ध व्यक्तित्व से साक्षात्कार लिया जाता है और उनसे मिलवाया जाता है। अब तक इसमें 100 से ज्यादा नामचीन हस्तियाँ शिरकत कर चुकी है। लेट्स टॉक का मुख्य मकसद फिल्म फेस्टिवल होने के मंतव्य से लोगों को परिचित कराना है। इसमें फिल्म बनाने की प्रक्रिया क्या रहती है। फिल्म जगत में जो सुप्रसिद्ध व्यक्तित्व है उनका संघर्ष क्या रहा और किस तरह से वह इस मुकाम तक पहुंचे ऐसे तमाम पहलुओं पर बातचीत की जाती है। जो भी लोग फिल्म इंडस्ट्री में आना चाहते हैं या उससे जुड़ना चाहते हैं उनके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रोग्राम के माध्यम से उन्हें मिलती हैं जिन्हें सीख कर और सही मार्गदर्शन पाकर वे आगे बढ़ सकते हैं।

लेट्स टॉक में आए लगभग सभी लोगों का मानना है कि बॉलीवुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल देश विदेश में होने वाले बाक़ी फेस्टिवल की तरह सिर्फ खाना पूर्ति नहीं करता बल्कि बिफ़्फ़ का मुख्य मकसद नए कलाकारों को मंच देना है। दूसरा, क्षेत्रीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय फलक पर लेकर जाना और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा को क्षेत्रीय फलक पर ले जाकर लोगों को दिखाना है ताकि सब लोग एक दूसरे से जुड़ सकें। दूर-दराज गांव देहात में बैठा हुआ व्यक्ति भी अंतरराष्ट्रीय सिनेमा का आनंद ले सके इसलिए बिफ़्फ़ दो बार ऑनलाइन किया गया। घर-घर पहुंच बनाना इसका मुख्य उद्देश्य रहता है। आजकल गांव देहात में भी बच्चे मोबाइल से फिल्में बना लेते हैं या जो नई पीढ़ी है आजकल वह फोन से मूवी बना लेती है। या जिन लोगों को कहीं पर भी प्लेटफार्म नहीं मिल पाता ऐसे नए लोगों का स्वागत बिफ्फ में बड़े उत्साह के साथ किया जाता है। उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है कि वह आएं और हमारे फेस्टिवल में अपनी फिल्में भेजें। इस प्रकार बिफ्फ फेस्टिवल के जरिए उनकी फिल्मों को और नए कलाकारों की फिल्मों को बड़े रंगकर्मी, निर्देशक निर्माता और साहित्य फिल्म जगत से बड़े लोगों के समक्ष रखा जाता है। बिफ़्फ़ की ज्यूरी इंटरनेशनल लेवल की है जिसमें देश-विदेश की बहुत ही प्रसिद्ध सिनेमा जगत की हस्तियाँ हैं। इसमें इंटरनल ज्यूरी के प्रोसिज़र प्रक्रिया से गुजरते हुए पूरी पारदर्शिता के साथ फिल्मों का चयन किया जाता है और बेहतरीन चयनित फिल्मों को अवार्ड दिया जाता है। लेट्स टॉक कार्यक्रम के माध्यम से है हर हफ्ते यह संदेश प्रसारित किया जाता है कि सभी लोग अपनी एंट्री ऑफिस को भिजवाए ताकि लोग समय से अपनी एंट्री बिफ़्फ़ को भेज सकें। दूसरे, लेट्स टॉक द्वारा सिनेमा जगत से जुड़े तमाम लोगों के संघर्षों को जानकर, उनके जीवन के अनुभवों को जानकर जो नए बच्चे फिल्म इंडस्ट्री में आना चाहते हैं वह उनसे सीख ले सके और प्रेरणा ले सकें।

लेट्स टॉक की विशेषता है कि इसमें सिर्फ स्क्रीन पर ही आने वाले लोगों से परिचय नहीं कराया जाता वरन् कैमरे के पीछे जो लोग रहते हैं उनका क्या संघर्ष और भूमिका रहती है और सिनेमा जगत से जुड़े टेक्निकल प्वाइंट क्या होते हैं यह सिनेमा जगत में गीतकार और संगीतकार का क्या महत्व है। एक फिल्म निर्माण के दौरान उनका क्या रोल रहता है इस तरह के तमाम लोगों से लेट्स टॉक के माध्यम से परिचय कराया जाता है। इसके अलावा जो चर्चित चेहरे हैं या जो वेब सीरीज में काम कर रहे हैं उनसे भी इसमें बातचीत की जाती है बातचीत में उनके संघर्षों के अलावा बदलते समय में उनकी सोच उनकी भूमिका उनके आरंभ से लेकर कामयाब होने तक के सफर की जद्दोजहद आदि के संबंध में साक्षात्कार अलग-अलग नजरिया और अलग-अलग तरीके से लिया जाता है।

इस श्रृंखला में अब तक बॉलीवुड के सुपसिद्ध संगीतकार उत्तम सिंह, एक्टर राइटर लिलीपुट, एक्टर अखिलेद्र मिश्र, एक्टर और रंगकर्मी राजेंद्र गुप्ता, एक्टर शिशिर शर्मा, एक्टर कुमुद शर्मा, एक्टर मुकेश आहुजा, एक्टर राज ज्युत्शी, एक्टर राजेश जैस, हरियाणवी एक्ट्रेस सुमित्रा हुड़्डा, एक्टर सुब्रतो दत्ता, कास्टिंग डायरेक्टर सुल्तान शेख, कैमरामैन सुप्रतिम बी भोल, एक्टर आशित चटर्जी, सितारवादक नागनाथ मंकेश्वर, कौटिल्य पंडित, डॉक्यूमेंट्री डायरेक्टर ऐना बोल्मार्क, हॉलीवुड एक्टर पीटर फाम, मशहूर क्ववाल निज़ामी ब्रदर्स, बॉलीवुड एक्टर लोकेश मित्तल, एक्टर मनीष बिशला, एक्टर डायरेक्टर अभिषेक पांडे, बॉलीवुड एक्ट्रेस रसिका आगाशे, एक्टर राजकुमार खुराना, म्युज़िक डायरेक्टर शशि प्रीतम, एक्ट्रेस इंदिरा तिवारी, एक्टर गुलशन पांडेय, एक्टर राकेश श्रीवास्तव, एक्टर अशोक पाठक, डायरेक्टर राज राही, डायरेक्टर अनामिका हक्सर, एक्ट्रेस सुनीता राजवर, एक्टर रोहितांश्व गौर, एक्टर फैज़ मोहम्मद खान, एक्टर अंजुम बत्रा, एक्टर राकेश चतुर्वेदी ओम, एक्ट्रेस भारती गोला, एक्टर डायरेक्टर संदीप शर्मा, डिम्पी मिश्रा, एक्टर अमित जयरथ, एक्टर रवि चौहान, हरियाणवी बाल कलाकार योगेश वत्स, एक्टर हितेश शर्मा, डायरेक्टर मनोहर खुशलानी, एक्टर रवि यादव, फ़िल्म राइटर राजू पटेल, एक्टर डायरेक्टर संजय छैल, एक्टर अलंकृता श्रीवास्तवा, बॉलीवुड सिंगर कार्लमेटा मोहिनी, हरियाणवी गायिका मीनाक्षी पांचाल आ चुके हैं। इसके अलावा फीचर फ़िल्म पिंजरे की तितलियाँ, हू एम आई, मौर्या, हरियाणा, दादा लखमी जैसी फिल्मों तथा हरियाणवी वेबसीरीज़ स्कैम, बारहवीं आला प्यार, कॉलेज कांड, आखाड़ा की टीम ने भी लेट्स टॉक में आकर फ़िल्म से जुड़े अपने अनुभवों को साँझा किया बल्कि फ़िल्म निर्माण और उससे जुड़ी पेचीदगियों पर भी चर्चा की।

बॉलीवुड इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल और उससे जुड़े लेट्स टॉक के संबंध में सिनेमा जगत की अनेक बड़ी हस्तियों ने अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए हैं बॉलीवुड एक्टर कुमुद मिश्रा कहते हैं कि "बॉलीवुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल बहुत कमाल का प्रयास है यह 4 साल की यात्रा तो अभी कर चुका है। जिस जोश में यह चल रहा है यह बहुत ख़ूबसूरती से आगे जाएगा। हर साल इसका विस्तार होता जा रहा है। मेरी शुभकामनाएं पूरी टीम के साथ है।" वहीं बॉलीवुड अभिनेता मुकेश आहूजा बताते हैं कि "बॉलीवुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ने बहुत नाम किया है बड़े-बड़े नाम इसके साथ जुड़े हैं। मैंने अगर फिल्म बनाई तो मैं इसमें जरूर भेजूंगा।" बॉलीवुड कास्टिंग डायरेक्टर सुल्तान शेख़ के अनुसार इसमें जो लोग अपना ड्रीम लेकर आए हैं यहाँ पर हंड्रेड परसेंट उनकी कामयाबी की शुरुआत होंगी।"