सहकारिता का विकास विषय पर नेतृत्व विकास कार्यक्रम आयोजित

सहकारिता का विकास विषय पर नेतृत्व विकास कार्यक्रम आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा राज्य सहकारी विकास प्रसंघ लि. (हरकोफैड)पंचकूला द्वारा दि रोहतक केन्द्रीय सहकारी बैंक लि रोहतक के प्रांगण में प्रगतिशील नेतृत्व द्वारा सहकारिता का विकास विषय पर नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दि रोहतक केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबंधक पीयूष हुड्डा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वहीं सहकारी समितियां रोहतक के सहायक रजिस्ट्रार प्रवीन कादयान ने बतौर मुख्य अतिथि तथा हरीश कौशिक, वेदप्रकाश व डीडीएम नाबार्ड अंकित दहिया ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में हरकोफैड की शिक्षा अनुदेशक अर्चना देवी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हरकोफैड की गतिविधियों बारे बताया व कार्यक्रम के उद्देश्य पर पर प्रकाश डाला।

मोहिन्द्र सिंह सेवानिवृत्त एसीईओ हरकोफैड ने कहा कि सहकारी आंदोलन को यदि सही दिशा में विकसित करना है, तो इसमें अच्छे नेतृत्व का उभरना आवश्यक है। उन्होंने सहकारी आन्दोलन को नेतृत्व की नर्सरी बताते हुए कहा कि सहकारी आन्दोलन से निकले हुए नेताओं ने विभिन्न सम्मानित पदों पर रहते हुए देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

डीडीएम नाबार्ड अंकित दहिया ने एक नेता के अच्छे गुणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक अच्छा नेतृत्व किसी भी समूह या संगठन को ऊंचाई पर ले जाने में सक्षम है। हरीश कौशिक ने प्रबन्धक कमेटी की शक्तियों का एहसास कराते हुए बताया कि प्रबन्धक कमेटी आम सभा के प्रतिनिधि के तौर पर समिति व सदस्यों के उत्थान के लिए सहकारी अधिनियम, नियम व समिति के उपनियम के दायरे में रहकर कोई भी कार्य करने में सक्षम है।

अध्यक्षीय सम्बोधन में दि रोहतक केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबंधक पीयूष हुड्डा ने कहा कि बदलते युग के साथ साथ सहकारी पैक्सों को भी एक नए मुकाम की तरफ बढ़ाया जा रहा है। जिसमें पहला कार्य पैक्सों को कम्प्यूटरीकृत करना है, ताकि आम आदमी ऑनलाईन पारदर्शिता के साथ कार्य कर सकें।

सहकारी समितियां रोहतक के सहायक रजिस्ट्रार प्रवीन कादयान ने सहकारी नेतृत्व के गुण व योग्यताओं बारे विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि सहकारी नेतृत्व को सेवाभाव, निस्वार्थ, चरित्रवान, धैर्यवान, ज्ञानवान, विचार एवं लक्ष्य की स्पष्टता व लचीलेपन जैसे गुणों के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने समिति के उपनियम के अनुसार कार्य करने का आग्रह किया।