भारत के इतिहास में गौरव का प्रतीक है कारगिल विजय दिवसः उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह
राज्य स्तरीय युद्ध स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारत के इतिहास में गौरव का प्रतीक बन चुका है। विजय दिवस के अवसर पर एमडीयू के गेट नंबर एक के निकट स्थित राज्य स्तरीय युद्ध स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। पुलिस की टुकड़ी ने भी शहीदों को सैल्यूट किया।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि देश आज 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है, जो भारतीय सेना के साहस, शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि 1999 में ऑपरेशन विजय के तहत दुर्गम पहाडिय़ों पर कब्जा दोबारा हासिल किया गया था। इस मौके पर आज देशवासी शहीद वीरों को नमन कर रहे हैं और उनके सर्वोच्च बलिदान को याद कर रहे हैं।
उपायुक्त ने कहा कि यह कार्यक्रम उन बहादुर सैनिकों को याद करने और सम्मान देने के लिए है, जिन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में देश की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान की थी। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को शहीदों की कुर्बानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कारगिल युद्ध के शौर्य वीरों, वीर नारियों एवं वीरता पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। जिला सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण अधिकारी विंग कमांडर गौरिका सुहाग ने भी शहीदों के बलिदान की जानकारी दी।/26/7