भारतीय ज्ञान परंपरा में वाल्मीकि रामायण विषय पर अंतरराष्ट्रीय शोध सम्मेलन 22-23 जून को
 
                        रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के संस्कृत-विभाग तथा महर्षि वाल्मीकि शोध-पीठ के संयुक्त तत्वावधान में 22-23 जून को द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शोध सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
इस अंतरराष्ट्रीय शोध सम्मेलन का विषय है -भारतीय ज्ञान परंपरा में वाल्मीकि रामायण।
संस्कृत विभाग की अध्यक्षा डॉ सुनीता सैनी ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजवीर सिंह करेंगे। महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, कैथल के कुलपति प्रोफेसर रमेश भारद्वाज मुख्य अतिथि तथा अहमदाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कमलेश चौकसी बीज वक्ता होंगे तथा एमडीयू के कुलसचिव प्रोफेसर गुलशन लाल तनेजा भी उपस्थित रहेंगे।
इस सम्मेलन में कुल 10 सत्र होंगे जिसमें 8 तकनीकी सत्र रहेंगे ।
इस सम्मेलन में देश विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों के 60 से अधिक विशेषज्ञ विद्वान अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। जिनमें दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, इग्नू, पंजाब विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़ विश्वविद्यालय, मेरठ विश्वविद्यालय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के विभागाध्यक्ष भी अपना मार्गदर्शन देने के लिए उपस्थित होंगे। अंतर्रराष्ट्रीय स्तर के भी कई विद्वान ऑनलाइन माध्यम से अपना शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे जिनमे न्यूयॉर्क से डॉ सतीश प्रकाश, लंदन से डॉ रामचन्द्र पाटिल, कनाडा से डॉ संजय कुमार, नेपाल से  प्रोफेसर माधवप्रसाद उपाध्याय प्रमुख हैं।
कार्यक्रम स्थल स्वराज सदन रहेगा।
इस शोध सम्मेलन के समन्वयक प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार, संयोजिका डॉ सुनीता सैनी तथा सह-संयोजक के रूप में डॉ श्री भगवान, डॉ सुषमा नारा एवं डॉ रवि प्रभात रहेंगे।
 
                             
                 Girish Saini
                                    Girish Saini                                 
 
         
         
        

 
                                    
                                 
 
 
 
