एमडीयू को ग्लोबल पहचान दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास करने के संकल्प के साथ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षण-शोध संस्थानों के साथ शैक्षणिक एवं शोध सहभागिता की जाएगी।

एमडीयू को ग्लोबल पहचान दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास करने के संकल्प के साथ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित -फास्टरिंग ग्लोबल कोलाबोरेशन इन हायर एजुकेशन विषयक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन एमडीयू को ग्लोबल पहचान दिलाने के लिए सामूहिक सार्थक प्रयास करने के संकल्प के साथ हुआ। विदेश से आए आमंत्रित विशेषज्ञों ने एमडीयू के भविष्योन्मुखी रोडमैप सृजित करने बारे बहुमूल्य सुझाव दिए।

एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि सेंटर फॉर इंटरनेशनल एकेडमिक अफेयर्स के तत्वावधान में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन के जरिए एमडीयू के विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा प्राध्यापकों को प्रतिष्ठित विकसित देशों- यूएसए, यूके, कनाडा में उच्चतर शिक्षा परिदृश्य, नूतन शैक्षणिक रूझान तथा शोध परिदृश्य बारे जानकारी मिली। इस कड़ी में भविष्य में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय शिक्षण-शोध संस्थानों के साथ शैक्षणिक एवं शोध सहभागिता पहल की जाएगी। उन्होंने आमंत्रित विशेषज्ञों का विशेष आभार जताया।

ग्लोबल हरियाणा संगठन यूएसए के प्रमुख बालिंदर सिंह ने कहा कि इस सम्मेलन के जरिए भविष्य में एमडीयू के ग्लोबल कनेक्टिविटी का रास्ता प्रभावी ढंग से प्रशस्त होगा। आने वाले समय में अन्य विषयों के विशेषज्ञों को भी एमडीयू कैंपस विजिट करवाई जाएगी। ग्लोबल इंडियन ट्रेड एंड कल्चरल काउंसिल, यूएसए के अध्यक्ष हरिंदर सिंह पनेसर ने विशेष रूप से फार्मेसी विभाग के विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप तथा प्रशिक्षण सुनिश्चित करने की घोषणा की।

एस्टन यूनिवर्सिटी, यूके के प्रो. पवन बुधवार ने एमडीयू ग्लोबल कनैक्ट के लिए कई प्रभावी सुझाव दिए। भविष्य में मासिक आधार पर वर्चुअल सत्रों के जरिए शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान की बात उन्होंने कही। यूनिवर्सिटी ऑफ मेसाच्युसेट्स, यूएसए के प्रो. ओपी धनखड़ ने एमओयू तथा संयुक्त शोध कार्य करने पर जोर दिया। यूनिवर्सिटी ऑफ वोल्वर हैंपटन, यूके की प्रो. किरण गुलिया ने सहभागिता पूर्ण परियोजनाएं तथा शोध प्रकाशन पर बल दिया। कनाडा के डा. गजेन्द्र अहलावत ने मेडिसिन तथा डेंटल साइंस में सहभागितापूर्ण कार्य के महत्व को रेखांकित किया। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, डेविस के प्रो. जोगेन्द्र सिंह ने वैश्विक रिसर्च ग्रांट के लिए एमडीयू कम्युनिटी को प्रेरित किया। यूएसए की प्रतिष्ठित मनोवैज्ञानिक डा. मंजीत कौर तथा यूके की डा. लक्ष्मी बुधवार ने मानसिक स्वास्थ्य तथा वेलबींग हेतु सामुदायिक आउटरीच की बात रखी। फार्मास्यूटिकल साइंस विशेषज्ञ डा. सुमन ग्रेवाल ने फार्मेसी क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट तथा ट्रेनिंग का परामर्श दिया।

डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनूप सिंह मान ने एमडीयू की शैक्षणिक पहल तथा भविष्य की योजनाओं को साझा किया। डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. अरुण  नंदा, डिप्टी डीन केके शर्मा ने भी फीडबैक दी। सीआईएए एसोसिएट डीन प्रो. आशीष दहिया तथा सीसीपीसी निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान ने भी फीडबैक दिया।

डीन, सीआईएए प्रो. ऋषि चौधरी ने कहा कि ये सम्मेलन एक मील का पत्थर है, जो भविष्य में ग्लोबल आउटरीच के प्रयासों को सुदृढ़ करेगा। उन्होंने सभी आमंत्रित विशेषज्ञों का आभार जताया। ग्लोबल हरियाणा की तरफ से आए हुए विदेशी विशेषज्ञों ने इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए कुलपति प्रो. राजबीर सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। निदेशक एफडीसी प्रो. संदीप मलिक, डिप्टी डीन, सीआईएए डा. एस.एस. गिल तथा सीआईएए सदस्य डा. सौरभ कांत ने समापन बैठक का समन्वयन किया।