पीजीआई के आउटसोर्स कर्मचारियों के धरने को समर्थन देने पहुंचे सांसद दीपेन्द्र हुड्डा

कहा, सरकार तुरंत बातचीत के माध्यम से मांगों को मंजूर करे।

पीजीआई के आउटसोर्स कर्मचारियों के धरने को समर्थन देने पहुंचे सांसद दीपेन्द्र हुड्डा

रोहतक, गिरीश सैनी। लोकसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने शनिवार को पीजीआईएमएस, रोहतक में अपनी मांगों के लिए धरनारत आउटसोर्स कर्मचारियों के बीच पहुंच कर उनकी मांगों को जायज बताते हुए उन्हें अपना पूरा समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार तुरंत बातचीत के माध्यम से कर्मचारियों की मांगों को मंजूर कर समाधान कराए। हुड्डा ने कहा कि सरकार पीजीआई कर्मचारियों को अकेला न समझे, कांग्रेस पार्टी इनकी आवाज सड़क से लेकर विधानसभा और लोकसभा तक मजबूती से उठायेगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांग है कि एचकेआरएन पॉलिसी के तहत लगे सभी कर्मचारियों को पोर्टल पर चढ़ाया जाए, जॉब सिक्योरिटी पत्र जारी किया जाए। प्रशासन में ठेकेदार द्वारा वेतन बढ़ोत्तरी, एरियर, हटाये गये कर्मचारियों को दोबारा लगाया जाए, पीजीआई घोटाले के दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर जांच करायी जाए। इस दौरान उनके साथ धरने पर विधायक भारत भूषण बतरा, विधायक शकुंतला खटक, विधायक इंदुराज नरवाल व विधायक बलराम दांगी भी मौजूद रहे।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि कांग्रेस सरकार आने पर एचकेआरएन कर्मियों को न केवल पक्का किया जाएगा, बल्कि आगे होने वाली भर्तियों में कच्ची नहीं पक्की भर्ती की जाएगी। लेकिन, दुष्प्रचार में माहिर सत्ता पक्ष ने एचकेआरएन कर्मियों को गुमराह किया और सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने एचकेआरएन कर्मचारियों को पक्का करना तो दूर उलटा उन्हें नौकरी से हटाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले दिनों जिला विकास निगरानी समिति ‘दिशा’ बैठक में पीजीआई में हुए नियुक्ति घोटाले की जांच कराने का मुद्दा उठाया था।

सांसद ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव के समय महिलाओं को लाडो लक्ष्मी योजना के तहत प्रतिमाह ₹2,100 देने, किसानों की उपज को एमएसपी पर खरीदने, 2 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी, 5 लाख युवाओं के लिए रोजगार के अवसर, हर घर गृहणी योजना तहत ₹500 में सिलेंडर देने जैसे तमाम वादे किये थे, लेकिन अब तक उन पर अमल नहीं किया। उन्होंने बीजेपी को जनता से झूठे वादे करने वाली पार्टी बताया।