एमडीयू के विधि विभाग को विधि शिक्षा का उत्कृष्ट केन्द्र बनाने बारे हुआ गहन विचार-मंथन

कुलपति ने किया कक्षाओं को इंटरेस्टिंग, इंटरेक्टिव तथा एंगेजिंग बनाने का आह्वान।

एमडीयू के विधि विभाग को विधि शिक्षा का उत्कृष्ट केन्द्र बनाने बारे हुआ गहन विचार-मंथन

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विधि विभाग को देश के श्रेष्ठ विधि संस्थानों में से एक बनाने के लिए एमडीयू कई नूतन पहल करेगा। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने सोमवार को विधि विभाग की विजिट कर विभाग को विधि शिक्षा का उत्कृष्ट केन्द्र बनाने बारे विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापकों से गहन विचार-मंथन किया।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विधि विभाग के शिक्षकों से विद्यार्थियों की लीगल स्किल्स तथा कम्युनिकेशन स्किल्स पर विशेष फोकस करने की बात कही। उन्होंने कहा कि क्रिमिनल लॉ, सिविल लॉ, रेवेन्यू लॉ, लेबर लॉ, कॉरपोरेट लॉ समेत विधि के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं से जुड़े विशेषज्ञों को विभाग से जोड़ा जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को विधि क्षेत्र की व्यावहारिक जानकारी मिले और विद्यार्थी यहां से लॉ प्रोफेशनल्स बनकर निकलें। उन्होंने शिक्षकों से कक्षाओं को इंटरेस्टिंग, इंटरेक्टिव तथा एंगेजिंग बनाने का आह्वान किया।

विधि विभागाध्यक्ष डा. जितेन्द्र ढुल ने कुलपति को विभाग की विकास यात्रा से अवगत कराते हुए भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। विधि विभाग के शिक्षकों ने भी इस दौरान विभाग को उत्कृष्ट बनाने के लिए महत्त्वपूर्ण इनपुट्स साझा किए। इस दौरान मूट कोर्ट, सेमिनार रूम, अंबेडकर हॉल के नवीनीकरण की योजनाओं बारे चर्चा तथा विभाग की लाइब्रेरी के विस्तारण की बात रखी गई। कुलपति ने कहा कि विधि विभाग को उत्कृष्ट विधि संस्थान बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा और योजनाबद्ध ढंग से इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा। विभागाध्यक्ष डा. जितेन्द्र ढुल ने कुलपति का इस विजिट के लिए आभार जताया। इस दौरान विधि विभाग के प्राध्यापक मौजूद रहे।