भारतीय परंपराएं विश्व की अन्य संस्कृतियों से कहीं अधिक समृद्ध और मानवीयः डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान
जेंडर मॉड्यूल विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न।
नीलोखेड़ी, गिरीश सैनी। लैंगिक समानता केवल सरकारी योजनाओं से नहीं आती, यह मन और सोच में बदलाव से आती है। इसके लिए समाज को अपने भीतर क्रांति लानी होगी। ये विचार हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने जेंडर मॉड्यूल विषय पर आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. सुशील मेहता ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की।
निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि लड़का और लड़की में कोई भेद नहीं है, दोनों समान सम्मान और समान अवसर के अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति में नारी को सदैव सम्मान का स्थान दिया गया है। जहाँ नारी की पूजा होती है, वहाँ देवताओं का वास होता है - ये केवल कथन नहीं, बल्कि भारतीय परंपरा का मूल भाव है। भारत की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व व्यक्त करते हुए डॉ. चौहान ने कहा कि भारतीय परंपराएँ विश्व की अन्य संस्कृतियों से कहीं अधिक समृद्ध और मानवीय हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोग केवल व्यवहार से ही नहीं, बल्कि अपने स्वभाव और संस्कारों से भी समर्पण की भावना को जीते हैं। भारतीय समाज की विशेषता है कि यहाँ सेवा, सहयोग और सम्मान जीवन का स्वाभाविक हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि हमारे संस्कार हमें दूसरों के लिए जीना सिखाते हैं और यह भाव हमें मानवीय, संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक बनाता है। जब स्वभाव में समर्पण और संस्कारों में संवेदनशीलता होती है, तभी समाज में वास्तविक समानता, सौहार्द और विकास संभव होता है।
डॉ. चौहान ने कहा कि महिलाओं को जिस भी क्षेत्र में अवसर दिए गए हैं, उन्होंने अपनी प्रतिभा से यह सिद्ध किया है कि वे हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने में सक्षम हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को संकल्प दिलवाया कि वे भारतीय कालगणना के अनुसार जन्मदिन मनाने की परंपरा को अपनाएंगे, जिससे हमारी सांस्कृतिक चेतना और मजबूत होगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आकर लैंगिक समानता, सामाजिक सोच में बदलाव और व्यवहारिक दृष्टिकोण को लेकर उनकी समझ और अधिक मजबूत हुई है। इस दौरान संस्थान के संकाय सदस्य संदीप भारद्वाज, हरियाणा राज्य आजीविका मिशन से कोऑर्डिनेटर गौरी कुमारी, सौरभ अरोड़ा तथा अन्य प्रतिभागी मौजूद रहे।
Girish Saini 


