वर्ष 2047 तक 'विश्व गुरु' का स्थान प्राप्त कर लेगा भारतः अ.भा. संगठन मंत्री शंकरानंद
जीयू में नव प्रवेशित छात्रों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम।

गुरूग्राम, गिरीश सैनी। गुरुग्राम विवि के मैनेजमेंट एवं कॉमर्स विभाग द्वारा नव प्रवेशित छात्रों के लिए आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में एमबीए व एमकॉम के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री शंकरानंद ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। डेलॉइट इंडिया से डॉ. कमलेश व्यास विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कुलसचिव डॉ. संजय अरोड़ा मुख्य संरक्षक के रूप में मौजूद रहे। दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को विवि के शैक्षणिक वातावरण और एनईपी-2020 के समग्र दृष्टिकोण से अवगत करवाना था।
मुख्य अतिथि शंकरानंद ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल विवि से संबंधित जानकारी देने भर का कार्यक्रम नहीं, बल्कि आपके सपनों को दिशा देने और भीतर छिपी संभावनाओं को जगाने की एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा कि बड़ी सोच ही असंभव को संभव बनाने का पहला कदम है। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए 16-18 घंटे काम करने की सलाह दी। भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री ने कहा कि भारत 2047 तक 'विश्व गुरु' का स्थान प्राप्त कर लेगा। उन्होंने स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग, प्रबंधन, अर्थशास्त्र, आत्मनिर्भर भारत, विभिन्न प्रकार की अर्थव्यवस्थाओं से छात्रों को अवगत कराया।
कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने सभी छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ़-प्रतिज्ञा, लक्ष्य के प्रति समर्पण तथा अनुशासन बेहद जरूरी है। विशिष्ट अतिथि डॉ. कमलेश व्यास ने प्रेरक बातों के माध्यम से छात्रों के साथ सफलता प्राप्ति के गुर बताए। उन्होंने नेतृत्व प्रशिक्षण, संचार कौशल, टीम निर्माण और जीवन कौशल प्रबंधन से जुड़ी अन्य बातें छात्रों के साथ साझा की। कुलसचिव डॉ. संजय अरोड़ा ने विवि की विभिन्न सुविधाओं, उपलब्धियों और गतिविधियों की जानकारी दी।