विश्व की नई सामरिक शक्ति के रूप में उभर रहा है भारतः एयर मार्शल मनीष खन्ना
भारतीय वायु सेना दिवस पर विशेष व्याख्यान आयोजित।

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग में भारतीय वायु सेना दिवस के अवसर पर यूक्रेन और इजरायल में हवाई युद्ध की भूमिका विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी एयर मार्शल मनीष खन्ना ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की।
प्रारंभ में विभागाध्यक्षा प्रो शालिनी सिंह ने स्वागत संबोधन किया और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
मुख्य वक्ता एयर मार्शल मनीष खन्ना ने कहा कि विश्व मानचित्र पर भारत आज एक सशक्त सामरिक स्थिति में है। विश्व की निगाहें भारत की ओर टिकी हैं, क्योंकि भारत आज न केवल सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति और आधुनिक दृष्टिकोण वाली सैन्य शक्ति के रूप में भी स्थापित हो चुका है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युद्ध का स्वरूप निरंतर बदल रहा है, जिसमें तकनीकी नवाचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और नेटवर्क-आधारित संचालन प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
एयर मार्शल खन्ना ने बताया कि यूसीएवी आज आधुनिक युद्ध की रीढ़ बन चुके हैं, जो दीर्घकालिक निगरानी, सटीक हमलों और जोखिमपूर्ण अभियानों में अभूतपूर्व दक्षता दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने यह सिद्ध किया कि केवल अत्याधुनिक तकनीक ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि लचीलापन, अनुकूलता और रणनीतिक समन्वय ही निर्णायक भूमिका निभाते हैं। उन्होंने भारतीय वायु सेना की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आधुनिक संतुलित शक्ति के सफल उपयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है।
डॉ. प्रताप सिंह ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम संचालन छात्रा तनु शर्मा ने किया। इस दौरान डॉ. प्रोमिला रांगी सहित शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे।