समावेशिता, चिंतन और नए संकल्प के साथ डीएलसी सुपवा में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

रोहतक, गिरीश सैनी। 79 वां स्वतंत्रता दिवस स्थानीय दादा लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विवि (डीएलसी सुपवा) में गंभीरता, समावेशिता और दूरदर्शी दृष्टि के अद्भुत संगम के साथ मनाया गया।
कुलपति डॉ. अमित आर्य ने विवि परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस दौरान पहली बार विवि के डी-श्रेणी के कर्मचारी - जिनमें माली, चपरासी, सुरक्षा कर्मी और हाउसकीपिंग स्टाफ शामिल थे - भी उनके साथ ध्वजारोहण में सम्मिलित हुए। यह प्रतीकात्मक पहल संस्थान की प्रगति में उनके महत्वपूर्ण योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से की गई।
प्रारंभ में कुलपति डॉ. अमित आर्य ने विवि परिसर में स्थित महान कवि और सांस्कृतिक प्रतीक दादा लख्मी चंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक मनोचा सहित वरिष्ठ संकाय सदस्य मौजूद रहे।
कुलपति ने हाल ही में संपन्न हुए सप्ताह भर के तिरंगा महोत्सव और फाउंडेशन डे समारोह को सफल बनाने में सभी के सामूहिक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उपस्थित जन से आग्रह किया कि स्वतंत्रता को केवल राष्ट्रीय धरोहर के रूप में नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी के रूप में देखें। उन्होंने डीएलसी सुपवा को व्यावसायिक प्रशिक्षण का विश्व स्तरीय केंद्र बनाए जाने के अपने संकल्प को दोहराया।
कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक मनोचा ने नवंबर में एलुमनाई मीट के आयोजन की घोषणा के लिए कुलपति का आभार व्यक्त किया।