मानसून सीजन के दृष्टिगत उपायुक्त ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जल निकासी के सभी प्रबंध तुरंत करने के निर्देश दिए
बाढ नियंत्रण को लेकर उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष और सुचारू जल निकासी के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू होंगे।

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी मानसून सीजन के दृष्टिगत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से जल निकासी के सभी प्रबंध तुरंत पूर्ण करना सुनिश्चित करें। बाढ नियंत्रण के लिए उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाए तथा सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया जाए। इन केंद्रों पर सिंचाई, राजस्व व विकास एवं पंचायत विभाग के कर्मचारी नियुक्त किए जाए।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बाढ़ बचाव प्रबंधन बारे आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल निकासी के जारी सभी कार्यों को शीघ्र पूर्ण करवाए। इस बैठक में नगर निगम आयुक्त डॉ. आनंद कुमार शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, सांपला के उपमंडलाधीश उत्सव आनंद, जिला परिषद के सीईओ प्रदीप कौशिक, रोहतक के उपमंडलाधीश आशीष कुमार, महम के उपमंडलाधीश मुकुंद तंवर, नगराधीश अंकित कुमार व अन्य संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
उपायुक्त ने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा चिन्हित स्थाई स्थलों पर पंप सेट रखवाकर बिजली कनेक्शन सुनिश्चित किए जाए तथा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्थाई पंप सेट भी तैयार रखें जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग एवं यूएचबीवीएन के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे एक साथ बैठकर आवश्यकता अनुसार स्थलों पर जल निकासी के लिए बिजली के कनेक्शन जारी करने की सभी प्रक्रिया पूरी करें।
उपायुक्त ने शहरी क्षेत्र में जल निकासी के प्रबंधों की समीक्षा करते हुए नगर निगम तथा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को छोटू राम चौक, सुखपुरा चौक, हिसार रोड पुराना एचएसआईआईडीसी क्षेत्र व अन्य जल भराव के संभावित क्षेत्रों में पंप सेट आदि तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि वर्षा शुरू होने के साथ ही डिस्पोजल को चालू किया जाए ताकि साथ-साथ पानी की निकासी होती रहे और ज्यादा पानी जमा न हो। उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शहर में सुपरसकर मशीन से सीवर की सफाई करवाने के लिए मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने खेड़ी साध में पीने के पानी व तालाब की समस्या के तुरंत समाधान के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सीवर व नालों की सफाई के उपरांत तुरंत कचरे का उठान करवाए ताकि यह कचरा वापिस नालों में न बहें। उन्होंने महम में जल निकासी के संदर्भ में अधिकारियों को निर्देश दिए कि गत शाम हुई बारिश के बाद जलभराव के क्षेत्र से तुरंत जल निकासी करवाई जाए।
उपायुक्त ने एचएसवीपी के अधिकारियों से सेक्टर 2 से पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय तक नाले की सफाई की समीक्षा की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग तथा एचएसएएमबी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विभाग से संबंधित सडक़ों की सभी पुलिया को खोलना सुनिश्चित करें ताकि वर्षा का पानी साथ-साथ बहकर निकलता रहे। उपायुक्त ने सांपला में पेयजल पाइप लाइन में सीवर का गंदा पानी मिक्स होने के संदर्भ में जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि तुरंत सीवर की लीकेज का पता लगाकर बंद करवाया जाए तथा लोगों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
ग्रामीण क्षेत्रों में रिहायशी व कृषि क्षेत्र से जल निकासी के प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि अधिकारी संबंधित गांवों में जल निकासी के सभी प्रबंध करें। उन्होंने जिला के गांवों अजायब, भराण, निंदाना, खरक बैंसी, लाखनमाजरा, गांधरा, समचाना व अन्य संबंधित गांवों में जल निकासी के प्रबंध करने को कहा।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आनंद कुमार शर्मा ने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर में नालों की सफाई का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि नाला सफाई के दृष्टिगत दो माह के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जाए ताकि आवश्यकता अनुसार निर्बाध रूप से नालों की सफाई का कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा शहरी क्षेत्र में जल निकासी के सभी प्रबंध पूर्ण कर लिए गए है। इस दौरान यूएचबीवीएन के अधीक्षक अभियंता बिजेंद्र नरवाल, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता बलराज, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल सहित अन्य संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।