एआई के युग में पुस्तकें रियल इंटेलिजेंस का रास्ता प्रशस्त करती हैः डॉ. कृष्णकांत
55000 पुस्तकें प्रदर्शित की जा रही पुस्तक मेले में।
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के विवेकानंद पुस्तकालय में विवेकानन्द पुस्तकालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय पुस्तक मेला न केवल पुस्तक प्रेमियों को लुभा रहा है, बल्कि लेखकों के लिए अपनी पुस्तकों के लोकार्पण का पसंदीदा मंच भी बन गया है।। दूसरे दिन सैकड़ों विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षकों व पुस्तक प्रेमियों ने पुस्तक मेला में विजिट कर पुस्तकों के साथ नाता जोड़ा। बुधवार को पुस्तक मेला में दो लेखकों की पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियन डॉ. सतीश मलिक ने बताया कि पुस्तक लोकार्पण समारोह में कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। प्रतिष्ठित गणितज्ञ तथा कुरुक्षेत्र विवि के पूर्व प्रो-वाइस चांसलर प्रो. डी.एस. हुड्डा तथा प्रतिष्ठित लेखक मधुकांत बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। लोकार्पण समारोह में लेखक शाम लाल कौशल के हास्य व्यंग्य संग्रह तथा लेखक पवन गहलोत की पुस्तक लोकार्पित की गई।
कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत ने कहा कि लेखक का कार्य खुद के साथ संवाद है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में पुस्तकें रियल इंटेलिजेंस का रास्ता प्रशस्त करती हैं। आज ही पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. हरीश कुमार ने भी संबोधित किया तथा साहित्य लेखन के महत्व पर प्रकाश डाला। गौरतलब है कि पुस्तक मेला में 82 प्रकाशन समूह भाग ले रहे हैं और लगभग 55000 पुस्तकें प्रदर्शित की जा रही है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सीमा ने किया।
Girish Saini 

