इमसार के 49वें स्थापना दिवस में झलका परंपरा, उत्कृष्टता और नवाचार का संगम

रोहतक, गिरीश सैनी। शिक्षाविदों, पूर्व छात्रों, शिक्षकों, शोधार्थियों, विद्यार्थियों और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में एमडीयू के प्रबंधन अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान (इमसार) का 49वां स्थापना दिवस उत्साह, गरिमा और प्रेरणा के साथ मनाया गया।
प्रारंभ में इमसार निदेशक प्रो. प्रदीप के. अहलावत ने स्वागत संबोधन में संस्थान की उपलब्धियों और उसकी गौरवशाली परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि इमसार ने प्रबंधन शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, आत्मविश्वास, निरंतरता और व्यावसायिक शिष्टाचार को जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया। समारोह के दौरान स्वर्गीय प्रो. अजीत सिंह बूरा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
बतौर मुख्य अतिथि, शिक्षाविद व उद्यमी सतवंत सिंह हुड्डा ने युवाओं से नवाचार, दृढ़ता और नैतिक मूल्यों को अपनाने की अपील की। उन्होंने छात्रों को नए युग की उद्यमिता और कौशल विकास के लिए प्रेरित किया।
नृत्य, संगीत और कविता की प्रस्तुतियों ने समारोह को जीवंत बना दिया। डॉ. ईश्वर मित्तल के मधुर गायन ने सबका मन मोह लिया। प्रो. कुलदीप चौधरी और डॉ. सौरभ कांत द्वारा आयोजित पैनल चर्चा में छात्रों ने आधुनिक प्रबंधन और उद्यमिता के मुद्दों पर सार्थक विचार साझा किए। प्रो. सपना गर्ग, डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए संवाद कौशल एवं व्यक्तित्व विकास को करियर सफलता की कुंजी बताया। प्रधानमंत्री की पहल एक पेड़ माँ के नाम के अंतर्गत पौधारोपण भी किया गया।