समाचार विश्लेषण/इमरान का खेल खत्म और नयी पारी शुरू

समाचार विश्लेषण/इमरान का खेल खत्म और नयी पारी शुरू
कमलेश भारतीय।

-*कमलेश भारतीय 
पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी इमरान का खेल खत्म हो गया और नयी पारी फिर शुरू हो गयी यानी विरोधी नेता की पारी । यह तो बात समझ आ गयी होगी कि राजनीति और क्रिकेट के खेल में बहुत अंतर है । क्रिकेट के जुझारू खिलाड़ी की छवि ने बाद में प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा दिया लेकिन अपना कार्यकाल पूरा न कर पाये । बीच में ही अविश्वास प्रस्ताव की आमद देखते हुए गेम खेली संसद भंग करने की लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने एक न चलने दी । आधी रात को संसद में मतदान करवाया और आखिर इमरान सरकार गिर गयी । पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में लोकतंत्र की बहाली मुश्किल से होती रही है । कभी यहां सेना प्रधानमंत्री का तख्ता पलट कर सत्ता संभाल लेती है तो कभी इसी भागमभाग में भुट्टो को फांसी दे दी जाती है तो कभी नवाज शरीफ विदेश में भागकर शरण लेते हैं । बेनजीर भुट्टो पर हमला हो जाता है और वह प्राण छोड़ देती है । कितनी कशमकश भरी राह है लोकतंत्र की पाकिस्तान में । तभी तो इमरान को कहने पर मजबूर होना पड़ा कि भारत एक खुद्दार देश है । यहां लोकतंत्र की जड़ें बहुत गहरी हैं । चाहे आपातकाल के बाद की स्थिति हो या फिर दिल्ली से लेकर देश के हर क्षेत्र में हुए दंगे । आम जनता ने हर बार सही फैसला सुनाये और लोकतंत्र बहाल रखा । अभी पंजाब में जिस तरह से पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर का रास्ता दिखाया , वह भी गजब है । नवजोत सिद्धू पूर्व क्रिकेटर यहां भी असफल रहे । पाकिस्तान के बाशिंदे इस लोकतंत्र को तरस रहे हैं । बेशक आजादी मिली लेकिन आजादी की सांस कहां ले पा रही है पाकिस्तान की आम जनता ? बार बार हिंदुस्तान का जिक्र आता है । सच 
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी 
सदियों रहा हो दुश्मन आरा जहां  हमारा ...
हमें भी अपने लोकतंत्र को बनाये और बचाये रखना है । बहुत सी ताकतें हैं जिनका मुकाबला करना है ।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।