शिक्षा और कौशल विकास में आईएचएम रोहतक और आईएचएम बेंगलुरु बने सहयोगी

तीन दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम संपन्न।

शिक्षा और कौशल विकास में आईएचएम रोहतक और आईएचएम बेंगलुरु बने सहयोगी

रोहतक, गिरीश सैनी। आईएचएम, बेंगलुरु में आयोजित तीन दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) शुक्रवार को संपन्न हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन शुगर स्कल्प्चर, पेटिट फोर्स और अंत्रेमे जैसे उन्नत पेस्ट्री विषयों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए।

 

ये जानकारी देते हुए आईएचएम, रोहतक के व्याख्याता विकास देशवाल ने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला में शेफ अक्षय ने शुगर स्कल्प्चर पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति द्वारा तकनीकी दक्षता और कलात्मक महारत का परिचय दिया। पेटिट फोर्स एवं अंत्रेमे की आधुनिक पेस्ट्री तकनीकों पर शेफ अरविंद ने एक ज्ञानवर्धक कार्यशाला संचालित की।

 

आईएचएम, रोहतक से शेफ बृजेश वाधवा ने इस कार्यक्रम में प्रतिभागिता की। उन्होंने आईएचएम, बेंगलुरु की टीम का उत्कृष्ट सहयोग, आतिथ्य और सुचारु आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने सहयोग व मार्गदर्शन के लिए व्हाइट कैप बेकरी इंस्टीट्यूट का भी आभार जताया।

 

आईएचएम, रोहतक के प्राचार्य शंभू नाथ गौतम ने आईएचएम, बेंगलुरु के प्राचार्य डी. वेंकटेशन को इस महत्वपूर्ण और उपयोगी आयोजन के लिए बधाई दी और आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह सहयोग दोनों संस्थानों के बीच शैक्षणिक समन्वय और कौशल विकास को मजबूत बनाने में अहम है। दोनों संस्थानों ने भविष्य में भी ऐसे प्रभावी शैक्षणिक सहयोग जारी रखने की आशा व्यक्त की।