कविता/सहजता

कविता/सहजता
डॉ दलजीत कौर।

अचानक आ गई बारिश में
देखती हूँ
झूमते -नाचते हुए पेड़
सराबोर होती धरा
ठहरे हुए कबूतर ,
मैना ,चिड़िया ,कोयल
शांत
किसी छज्जे के नीचे
इंतज़ार
करते सहजता से
पँख सुखाते
चोंच मिलाते
आपस में बतियाते
प्रतीक्षा
बारिश के रुकने की
निहारते
ज्यों एक -एक बूँद
उठाते
लुफ्त ठंडी बयार का
उड़ान
भरने को तैयार
पूछती हूँ मैं
पास बैठी मैना से -
क्यों मुझ में तुम-सी
सहजता नहीं ?


डॉ दलजीत कौर
चंडीगढ़

 

कवयित्री (डॉ दलजीत कौर) के बारे में:
पी एच डी (हिंदी ) पंजाब विश्वविद्द्यालय चंडीगढ़, दस साल अध्यापन के बाद स्वतंत्र लेखन
प्रकाशित पुस्तकें
1)हरिशंकर परसाई के साहित्य में व्यंग
2)सोच -1मेरी बावन कविताएं (काव्य संग्रह )
3)मस्ती की पाठशाला (बाल कविता )
4)सही रास्ते की तलाश (काव्य संग्रह )
5)शायद हँसी खिल जाए (काव्य संग्रह )
6)मिठी बोली (बाल कविता )
7)चुनु मनु (बाल कविता )
8)तारिया दी दुनिया (बाल कविता )
9)आँख मिचौली (बाल कविता )
10)जादुई पेंसिल (बाल कविता )
*चंडीगढ़ साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित
*अनेक अन्य पुरस्कार